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राष्ट्रीय जलमार्ग याद करने की ट्रिक

राष्ट्रीय जलमार्ग याद करने की ट्रिक

, आज हम आपको जो GK Tricks बताने जा रहे है , उसके माध्यम से आप भारत के राष्ट्रीय जलमार्ग ( Waterways in India ) को आसानी से याद रख पाऐंगे ! हम जानते है कि यदि समान्य ज्ञान को ऐसे याद करे तो एक टाइम के बाद भूल सकते है लेकिन यदि इनको ट्रिक के साथ याद किया जाये तो लम्बे समय तक याद रहती है और यदि भूल भी जाये तो एक बार देखने पर उसी टाइम याद हो जाती है और शोर्ट ट्रिक लगा के समान्य ज्ञान के बहुत से टॉपिक याद किये जा सकते है

दोस्तो भारत में 6 राष्ट्रीय जलमार्ग हैं , जिनको याद करने की Tricks नीचे दी गई है ! आज की ट्रिक्स थोडी कठिन हैं , लेकिन आप 2-3 बार अच्छे से Revise कर लेंगे तो फिर आपको फिर कभी Problem नहीं आयेगी , और आपको 6 Waterways in India आसानी से याद हो जायेंगे !

N.W.-1 – इलाहाबाद से हल्दिया ( इला से हल्दी  )
N.W.-2 – सादिया से धुबरी पट्टी ( दिया से बरी )
N.W.-3 – कोल्लम से कोट्टापुरम ( कालू से रम )
N.W.-4 – काकीनाडा से मरक्कानम ( काकी से नमक )
N.W.-5 – तलचर से धमरा ( लचर से मरा )
N.W.-6 – लखीपुर से भंगा ( लखीपुर से भागा )
इला से हल्दी , दिया से बरी , कालू से रम , काकी से नमक , लेकर लचर सा मरा हूआ आदमीं लखीपुर से भागा
तो दोस्तों आपको इस ट्रिक के माध्यम से राष्ट्रीय जलमार्ग याद करने की ट्रिक याद हो जाएगी

जलमार्ग व जल परिवहन संबंधित जानकारी :-

जल परिवहन:-

जल परिवहन किसी भी देश को सबसे सस्ता यातायात प्रदान करता है क्योंकि इसके निर्माण में परिवहन मार्गो का निर्माण नहीं करना पड़ता और केवल परिवहन के साधनों से ही यातायात किया जाता है। इतना अवश्य है कि इसके लिए प्राकृतिक अथवा कृत्रिम जलपूर्ण मार्ग आवश्यक होते हैं। हमारे देश में आन्तरिक एवं सामुद्रिक दोनों प्रकार का जल परिवहन किया जाता है। आन्तरिक जल परिवहन की दृष्टि से देश में प्राचीनकाल से ही नदियों के माध्यम से यातायात किया जाता था। वर्तमान में देश में लगभग 14,500 किमी लम्बा नौगम्य जलमार्ग है, जिसमें नदियाँ, नहरें, अप्रवाही जल यथा झीलं आदि संकरी खड़ियाँ शामिल हैं। देश की प्रमुख नदियों में 3,700 किमी लम्बे मार्ग का ही उपयोग किया जा रहा है। जहाँ तक नहरों का प्रश्न हैं, 4,300 किमी लम्बी नौगम्य नहरों से मात्र 900 किमी तक की दूरी की नौकाओं द्वारा परिवहन के उपयुक्त है। वर्तमान में आन्तरिक जल परिवहन के माध्यम से लगभग 160 लाख टन माल की ढुलाई प्रतिवर्ष की जा रही है।

राष्ट्रीय जलमार्ग:-

आज भी देश की गंगा, हुगली, यमुना, ब्रह्मपुत्र, नर्मदा, ताप्ती, माण्डवी, गोदावरी, कृष्णा, महानदी आदि नदियों द्वारा आन्तरिक जलमार्ग की सुविधा उपलब्ध कराई गयी है। गंगा-भागीरथी-हुगली नदी प्रणाली के हल्दिया-इलाहाबाद खण्ड को 22 अक्टूबर 1986 को राष्ट्रीय जलमार्ग घोषित[1] किया जा चुका है, जिसके विकास एवं प्रबन्धन का पूर्ण दायित्व केन्द्र सरकार के हाथों में हैं। इसके लिए सम्पूर्ण मार्ग को 3 उपखण्डों में बाँटा गया है।
हल्दिया-फरक्का
फरक्का-पटना
पटना-इलाहाबाद
नौगम्य नहरों की दृष्टि से ऊपरी गंगा नहर [2], निचली गंगानहर [3], कुर्नूल-कुडप्पा नहर [4], बंकिघम नहर [5]., केरल की पश्चिम तटीय नहर [6], उड़ीसा में केन्द्रपाड़ा नहर (120 किमी), तलदाना नहर (90 किमी), उड़ीसा तटीय नहर (15 किमी) आदि महत्त्वपूर्ण है।

26 दिसम्बर, 1980 को ब्रह्मपुत्र नदी [7], की सादिया-धुबरी सीमा को राष्ट्रीय जलमार्ग सं. 2 घोषित किया गया है। सरकार द्वारा पश्चिमी तटीय नहर (केरल), के कोल्लम-कोट्टपुरम क्षेत्र को तथा चम्पकारा एवं उद्योगमण्डल नहरों को भी राष्ट्रीय जलमार्ग घोषित करने का फैसला किया गया है।

इस पोस्ट में आपको राष्ट्रीय जलमार्ग याद करने की ट्रिक राष्ट्रीय जलमार्ग 4 राष्ट्रीय जलमार्ग की संख्या राष्ट्रीय जलमार्ग अधिनियम राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या 2 राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या 3 अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग जलमार्ग wikipedia राष्ट्रीय जल मार्ग 2 से संबंधित फ्री ऑनलाइन टेस्ट दिया गया है. यहां पर दिए गए महत्वपूर्ण Questions पहले परीक्षाओं में पूछे जा चुके हैं और आगे आने वाली परीक्षाओं में भी इनमें से काफी प्रश्न पूछे जा सकते हैं. तो इन्हें ध्यानपूर्वक पढ़ें. अगर इनके बारे में आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट करके पूछो और अगर आपको यह टेस्ट फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें.

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