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HTET Level 3 Fine Arts Question Paper in Hindi
HTET Level 3 Fine Arts Question Paper in Hindi
HTET Level 3 PGT Fine Arts की तैयारी करने वाले सभी उम्मीदवारों को इस परीक्षा से संबंधित काफी महत्वपूर्ण स्टडी मैटेरियल चाहिए होता है ताकि वह इस परीक्षा की तैयारी सबसे अच्छी कर सके तो जो उम्मीदवार HTET Level 3 PGT Fine Arts की तैयारी कर रहा है उसके लिए हमारी इस पोस्ट में HTET Level 3 PGT Fine Arts परीक्षा में पूछे गए कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर दिए गए हैं जिन्हें आप ध्यानपूर्वक पढ़ें यह प्रशन पहले भी HTET Level 3 PGT Fine Arts की काफी परीक्षा में पूछे जा चुके हैं और आगे आने वाली परीक्षा में पूछे जा सकते हैं.
“मैं किसी की परवाह नहीं करता” ऐसी अभिवृत्ति वाले बच्चों के व्यवहार को क्या कहते हैं?
• आक्रामकता• सुरक्षात्मकता
• अस्वीकरण
• पश्चगमन
कुछ लोग नए लोगों में आसानी से समायोजित हो जाते हैं क्योंकि उनमें उच्च
• बुद्धि लब्धि (I.Q.) होती है।• शैक्षिक लब्धि (A.Q.) होती है।
• सांवेगिक लब्धि (E.Q.) होती है।
• आध्यात्मिक लब्धि (S.Q.) होती है।
किशोरावस्था में व्यवहार व मनोवृत्ति पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ता है?
• शिक्षक का• माता-पिता का
• संगी-साथियों का
• चलचित्रों का
एक बालक के सामाजीकरण हेतु अध्यापक द्वारा अपनायी गई निम्नलिखित में से कौन-सी प्रविधि उपयुक्त नहीं है?
• प्रत्यक्ष शिक्षण• तादात्मीकरण
• प्रजातन्त्रीय अनुशासन
• अति-संरक्षण
वह आन्तरिक मानसिक दशा जो किसी व्यवहार को आरम्भ करने, निर्देशित करने तथा बनाए रखने को प्रवृत्त करती है, कहलाती है?
• अभिरुचि• अभिधारणा
• अभिवृत्ति
• अभिप्रेरणा
संगणना अशक्तता समस्या सम्बन्धित है?
• शुद्ध बोलने से• गलतियों के बिना लिखने से
• सही सूचना (संकेत) सुनने से
• गणितीय गणनाएँ करने से
एक अच्छे अध्यापक के लिए सीखने के सिद्धान्तों की जानकारी आवश्यक है, क्योंकि
• इससे अनुशासन बनाए रखने में सहायता मिलती है।• पाठ्यवस्तु को रोचक बनाने में सहायता मिलती है।
• पाठ्यवस्तु को सरल तरीके से समझाने में सहायता मिलती है।
• इससे समय की बचत होती है।
किशोरों के साथ, विशेष रूप से असमायोजित किशोरों के साथ कार्य करते समय क्या उचित नहीं है?
• आलोचनात्मक उपागम• प्रजातांत्रिक उपागम
• संग्रहित उपागम
• आदर्श उपागम
बालकों के व्यक्तिगत विभेदों को पूरा करने में निम्नलिखित में से कौन-सा प्रावधान उपयुक्त नहीं है?
• उनकी योग्यताओं का आकलन होना चाहिए।• उपयुक्त सुविधा और सामग्री उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
• उन्हें चिह्नित (लेबल) कर देना चाहिए।
• व्यक्तिपरकता अनिवार्य करना चाहिए।
एक किशोर अपने बायें हाथ से कार्य करता है;जैसे खाना लेना या लिखना, इस विकास का कारण है।
• वंशानुगत व्यवहार• विकासात्मक व्यवहार
• गलत व्यवहार
• सभी विकल्प सही हैं।
निम्नलिखित में से कौन-सा अधिगम का एक थार्नडाइक द्वारा प्रतिपादित अधिगम का प्राथमिक नियम है?
• सादृश्य का नियम• अभ्यास का नियम
• आत्मीकरण का नियम
• मनोवृत्ति का नियम
एक छात्र बोर्ड परीक्षा के लिए कठिन परिश्रम कर रहा है। उसके पिता ने उसे अच्छे अंक आने पर मोटरसाइकिल देने का वादा किया है। इसका अर्थ है।
• आन्तरिक प्रेरणा• बाह्य प्रेरणा
• गणितीय प्रेरणा
• आन्तरिक तथा बाह्य प्रेरणा
वस्तुनिष्ठ प्रकार के परीक्षणों की निम्नलिखित में से कौन-सी विशेषता नहीं है?
• विश्वसनीयता• वस्तुनिष्ठता
• वैधता
• व्यक्तिनिष्ठता
छात्रों में नैतिक मूल्यों का प्रभावी रूप से विकास किया जा सकता है, यदि अध्यापक
• बार-बार मूल्यों की बात करे।• स्वयं उन पर आचरण करे।
• महान व्यक्तियों की कहानियाँ सुनाये।
• देवी-देवताओं की बातें करे।
अधिगमकर्ता केन्द्रित उपागम के सम्बन्ध में निम्नलिखित में से जो कथन गलत है वह है।
• यह अधिगमकर्ता की योग्यताओं, क्षमताओं और अधिगम शैली का ध्यान रखता है।• यह अन्वेषण, अवलोकन महत्त्व पर बल देता है। और खोज के
• यह अध्यापक द्वारा अधिगमकर्ता को ज्ञान स्थानान्तरण पर बल देता है।
• यह अनुभवजन्य-अधिगम, समस्या-समाधान, सम्प्रत्यय-मानचित्र तथा सृजनशील-लेखन जैसी विधियों का प्रयोग करता है।
समेकित शिक्षा से तात्पर्य है?
• व्यक्तिगत भिन्नताओं को सामान्य कक्षा-कक्ष में पूरा करना।• व्यक्तिगत भिन्नताओं को विभिन्न कक्षा-कक्षों में पूरा करना।
• व्यक्तिगत भिन्नताओं को विशिष्ट विद्यालयों में पूरा करना।
• व्यक्तिगत भिन्नताओं को घर पर अनुदेशन देकर पूरा करना।
संवेगों का विभेदीकरण किस समय होता है?
• बच्चे के जन्म के समय• शैशवावस्था के दौरान
• किशोरावस्था के दौरान
• वयस्कावस्था के दौरान
‘सतत और व्यापक मूल्यांकन’ (CCE) का उद्देश्य है?
• केवल बालक की तर्कशक्ति का मूल्यांकन करना।• विकास के सभी पक्षों का मूल्यांकन करना।
• केवल छात्र के ज्ञान का मूल्यांकन करना।
• केवल छात्र की समझ का मूल्यांकन करना।
निर्मितिवादी कक्षा-कक्ष की निम्नलिखित में से कौन-सी विशेषताएँ हैं?
• छात्रों द्वारा प्रयोग की योजना बनाना,निष्कर्ष निकालना और अपने निष्कर्षों की तुलना करना।• ज्ञान वस्तुनिष्ठ, सार्वभौमिक और पूर्ण है।
• अध्यापक आधिकारिक ज्ञान छात्रों को स्थानान्तरित करता है।
• छात्र ‘सही’ उत्तर को तलाशते हैं।
एक बालक का सृजनात्मकता का स्तर औसत है,अकादमिक उपलब्धि उच्च है तथा सामाजिक विकास का स्तर कमजोर है, यह उदाहरण है।
• अन्तर वैयक्तिक अन्तर• अन्तरा वैयक्तिक अन्तर
• वैयक्तिक अन्तर
• मापन योग्य वैयक्तिक अन्तर
आनुवंशिकता सबसे महत्त्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करती है?
• बालक के भावनात्मक विकास में• बालक के सामाजिक विकास में
• बालक के शारीरिक विकास में
• बालक के सांस्कृतिक विकास में
विवेचनात्मक चिन्तन व्यक्ति में वे योग्यताएँ और कौशल विकसित करने में सहायक है, जो है।
• मूर्त अनुभव प्रदान करना।• उचित व्याख्या, विश्लेषण, मूल्यांकन और निष्कर्ष निकालना।
• कुछ उत्पन्न करने और निर्माण करना।
• प्रतिक्रिया की विधियों का चिन्तन करना।
एक किशोर के संवेगों के विषय में निम्नलिखित में से गलत कथन कौन-सा है?
• संवेग अभिव्यक्ति अधिगम द्वारा परिवर्तित होती है• संवेग स्थायी होता है।
• प्रत्येक संवेग से एक भावना जुड़ी होती है।
• संवेग बाह्य उद्दीपनों से जाग्रत होता है।
निम्नलिखित में से कौन-सी सृजनात्मक बालक की विशेषता (योग्यता) नहीं है?
• विस्तारता• मौलिकता
• विशुद्धता
• नवीनता
विकास सामान्यतः सिर से पाँव की तरफ अग्रसर होता है, विकास का यह सिद्धान्त कहलाता है।
• द्विपार्श्व से एकपाय• प्रोक्सिमोडिस्टल (अन्दर से बाहर की ओर)
• सामान्य से विशिष्ट
• शिरोपादीय
अभिभावकों और अध्यापकों द्वारा किशोर से व्यवहार की सर्वोत्तम विधि है?
• एकतन्त्रीय• अनुज्ञात्मक
• प्रजातान्त्रिक
• नियंत्रात्मक
निम्नलिखित में से कौन-सा किशोरावस्था में सामाजिक विकास का एक लक्षण नहीं है?
• अपने वय समूह का एक सक्रिय सदस्य होना• विपरीत लिंग के प्रति आकर्षण होना
• मैत्री संबंधों में भारी कमी होना
• विशिष्ट रुचियों में विस्तार होना।
अधिगम प्रतिफल का तात्पर्य है?
• बालक के व्यवहार में होने वाला परिवर्तन।• शिक्षक की शिक्षण विधियों में परिवर्तन।
• पाठ्यवस्तु का परिमार्जन।
• पाठ्यवस्तु का पूर्ण होना।
किशोरावस्था में बालकों को सयोग देने के लिए आवश्यक है?
• अभिप्रेरणा• गलती निकालना
• आलोचना करना
• नकारात्मक व्यवहार करना