PGT Samajshastra Question Answer in Hindi
PGT Samajshastra Question Answer in Hindi
पीजीटी समाजशास्त्र क्वेश्चन आंसर इन हिंदी – PGT की भर्ती हर साल अलग अलग राज्यों में निकलती रहती है .आज हम Samajshastra के सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न लेकर आए है जो पिछले वर्ष PGT की परीक्षा में पूछे गए थे. जो उम्मीदवार PGT Samajshastra के प्रश्न पत्र की तलाश कर रहे .उन सभी उम्मीदवार के लिए इस पोस्ट में PGT Samajshastra solved question paper दिया गया है .जिसे आप खुद भी हल कर सकते हैं और अपनी तैयारी को बेहतर कर सकते हैं .हमारी वेबसाइट पर Samajshastra से रिलेटिड और भी टेस्ट दिए गए है ,जहाँ से आप अपनी तैयारी अच्छे से कर सकते है .
(a) आर्थिक संरक्षणवाद
(b) जन सशक्तिकरण
(c) जन पहल
(d) जन क्षमता का सुदृढ़ीकरण
(a) सामाजिक व्यवस्था के मूल आधार
(b) समाज में शक्ति और सत्ता के असमान वितरण का मुद्दा
(c) समाज में संसाधनों का वितरण
(d) ऐतिहासिक दृष्टिकोण से सामाजिक संस्थाओं को तैयार करना
(a) जे. हेबरमास
(b) ए. शुट्ज
(c) एच. आर. वेगनर
(d) के. मैनहाइम
(a) जीवन-विश्व, अन्य विश्व और प्राकृतिक अभिवृत्ति
(b) कृत्रिमता, अन्य विश्व और अंतर-आत्मनिष्ठता
(c) अंतर-आत्मनिष्ठता, जीवन-विश्व और सांस्कृतिक विश्व
(d) जीवन-विश्व, अंतर-आत्मनिष्ठता और प्राकृतिक अभिवृत्ति
(a) वे ज्ञान की विधिमान्यता से असंबद्ध हैं।
(b) वे ज्ञान की विधिमान्यता से काफी चिंतित हैं।
(c) वे उस प्रक्रिया से संबंधित हैं, जिसके माध्यम से किसी व्यक्ति के ज्ञान को वास्तविक रूप में समझा जाता है।
(d) उन्होंने सामाजिक तथ्यों पर नहीं अपितु मानव के संव्यवहार में | सामाजिक आशय के सृजन पर बल दिया है।
(a) स्थिरता
(b) गिरावट
(c) वृद्धि
(d) शहरी क्षेत्र में वृद्धि परन्त ग्रामीण क्षेत्र में गिरावट
(a) राज्य सम्भावी तौर पर तटस्थ मध्यस्थ (विवाचक) है और उसकी अपनी कोई विचारधारा नहीं है।
(b) पुरुषों ने राज्य को वश में कर लिया है।
(c) पुरुष दबाव समूह हैं और महिलाएँ अवलोकनकर्ता हैं।
(d) महिलाओं को राज्य की अर्थपूर्ण गम्यता हेतु कूटनीतियाँ अपनानी चाहिए और उस पर प्रभाव डालना चाहिए।
(a) बीजिंग
(b) मेक्सिको
(c) नैरॉबी
(d) कॉपेनहेगन
(a) गरीबी ‘अतिनिर्धनता’ के रूप में
(b) गरीबी ‘सापेक्षित वंचना’ के रूप में
(c) गरीबी ‘संसाधनों के न होने’ के रूप में
(d) गरीबी ‘क्रियाकलापों के बहिष्करण’ के रूप में
(a) एम. एन. श्रीनिवास
(b) डी.पी. मुखर्जी
(c) ए.बैतेई
(d) वाई.बी. दामले
(a) जी. एस. घुर्ये
(b) वाई. बी. दामले
(c) ए. आर. देसाई
(d) एन. के. बोस
(a) 15%
(b) 25%
(c) 35%
(d)45%
(a) लगभग पाँचवाँ हिस्सा
(b) लगभग एक-चौथाई हिस्सा
(c) लगभग एक-तिहाई
(d) लगभग आधा भाग
(a) राजनीतिक दलों से
(b) हित समूहों से
(c) मजदूर संघों से
(d) साथी समूह से
(a) लाभ में हिस्सा, जॉब सुरक्षा और कार्य की अच्छी स्थितियाँ
(b) जॉब सन्तोष, जॉब सुरक्षा और नव प्रौद्योगिकी
(c) शोषण, लाभ की उत्पत्ति और पुनर्निवेश
(d) निगम/कोरपोरेट उत्तरदायित्व, वैश्विक नेटवर्किंग और लाभ आपस में बाँटना
(a) उपयोग मूल्य
(b) अतिरिक्त मूल्य
(c) विनिमय मूल्य
(d) अवशेष मूल्य
(a) रेमण्ड फर्थ
(b) महबूब-उल-हक
(c) एम.एन. श्रीनिवास
(d) ए.आर.देसाई
(a) 1988
(b) 2001
(c)2002
(d)2004
(a) हरित गृह (ग्रीन हाउस) प्रभाव
(b) पृथ्वी के तापमान में बढ़ोतरी
(c) नैनो-प्रौद्योगिकी
(d) औद्योगिक विकास
(a) उत्तर-आधुनिकता
(b) नव-उदारीकरण
(c) नव-मार्क्सवाद
(d) नव-फोर्डवाद
(a) रोगग्रस्तता दर
(b) मृम्यु दर
(c) प्रजननता दर
(d) जननशक्ति दर
(a) वातावरण आन्दोलन
(b) किसान आन्दोलन
(c) नृजातीय आन्दोलन
(d) क्षेत्रीय स्वायत्तता आन्दोलन
(a) किसान कम परम्परा का प्रतिनिधित्व करता है।
(b) भारत में किसान जाति सोपानकी के मध्य वर्ग द्वारा प्रधानत: निरूपित होते हैं।
(c) किसान अपने जीविका निर्वाह के आधार के लिए भूमि पर आश्रित है।
(d) किसान यद्यपि अपने जीविका निर्वाह के आधार के लिए भूमि पर आश्रित है, अपनी जीविका की सुरक्षा के लिए वे अन्य कई गतिविधियों में भाग लेते हैं।
(a) भील
(b) संथाल
(c) गुर्जर
(d) हो
(a) एम.एस.ए.राव
(b) घनश्याम शाह
(c) के. एस. सिंह
(d) एस. फक्स
(a) शिक्षा में सीमा पार व्यापार
(b) शिक्षा में स्थानीयकरण
(c) शिक्षा में केवल राज्य निधियन
(d) प्राथमिक में कोरपोरेट द्वारा धन प्रदान करना और व्यावसायिक शिक्षा में राज्य द्वारा धन प्रदान करना
(a) अंतर्विवाह, पवित्रता और प्रदूषण, अनुष्ठानिक पदानुक्रम और प्रदत्त व्यवसाय
(b) बर्हिर्विवाह, पवित्रता और प्रदूषण, अनुष्ठानिक पदानुक्रम और प्रदत्त व्यवसाय
(c) अंतर्विवाह, पवित्रता और प्रदूषण, अनुष्ठानिक पदानुक्रम और अर्जित व्यवसाय
(d) एक विवाह, पवित्रता और प्रदूषण, पंथनिरपेक्ष पदानुक्रम और पदत्त व्यवसाय
(a) ब्राह्मणीकरण और शूद्रीकरण
(b) ब्राह्मणीकरण और क्षत्रियीकरण
(c) क्षात्रियीकरण और शूद्रीकरण
(d) ब्राह्मणीकरण और पश्चिमीकरण
(a) आनुवंशिक और अर्जित सामाजिक सांस्कृतिक विशेषताएँ
(b) आनुवंशिक राजनीतिक स्थिति और अर्जित आर्थिक विशेषताएँ
(c) आनुवंशिक सामाजिक-सांस्कृतिक विशेषताएँ
(d) अर्जित सामाजिक-सांस्कृतिक विशेषताएँ
(a) ग्रामीण बेरोजगारी
(b) ग्रामीण क्षेत्रों में दहेज प्रथा में वृद्धि
(c) ग्रामीण गरीबी
(d) ग्रामीण क्षेत्रों में कुटीर और घरेलू उद्योगों का ह्रास
(a) ग्रामीण गरीबी का विस्तार
(b) ग्रामीण सम्पन्नता का विस्तार
(c) शहरी सम्पन्नता का विस्तार
(d) शहरीकरण की प्रक्रिया
(a) ए.बैतेई
(b) टी.शानिन
(c) ए. आर.देसाई
(d) ए.वी.चेनोर
(a) भूमि वितरण
(b) उर्वरक परिदान (आर्थिक सहायता)
(c) काश्तकारी अधिकार
(d) खेतिहर मजदूरों के लिए उच्च-मजदूरी
(a) राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को बहुराष्ट्रीय निगमों और उनकी कोरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के साथ एकीकृत करके आर्थिक विकास की प्राप्ति
(b) मजदूर संघों की सामूहिक आवाज संरक्षित है और उनके सरोकारों को उचित तरह से सम्बोधित किया है
c) समाज के प्रत्येक वर्ग को संसाधन के रूप में मान्यता दी जिसे आर्थिक विकास से लाभान्वित होना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो कि उनके जीवन की शैक्षिक, रोजगार, स्वास्थ्य, अन्य मूलभूत आवश्यकताएं पूरी हो गई हैं और उनकी पूर्ण सामर्थ्य की उपलब्धि हेतु अवसर प्रदान किये जाएँ।
(d) विकास प्रक्रिया को, परम्परा तथा आधुनिकता के बीच साम्य की सुरक्षा करनी चाहिए।
(a) अनुसूचित जातियों से बड़ा
(b) अनुसूचित जातियों से छोटा
(c) अनुसूचित जातियों की जोत के समान
(d) अन्य पिछड़ी जातियों की जोत से बड़ा
(a) ग्रामीण गरीबी और निरक्षरता का कारण
(b) उच्च जाति के पिछले आधिपत्य के कारण
(c) ग्रामीण गरीबी का परिणाम लेकिन श्रमिक जातियों की निरक्षरता और उन पर उच्च जातियों का आधिपत्य
(d) ग्रामीण गरीबी के कारण, लेकिन निरक्षरता और निम्न जातियों पर उच्च जातियों का आधिपत्य
(a) प्रभावी कानूनी संरक्षण की कमी
(b) रोजगार सुरक्षा की कमी
(c) प्रभावी व्यावसायिकता की कमी
(d) लिंग पृथक्करण की कमी
(a) हम की भावना
(b) सांस्कृतिक विविधता |
(c) क्षेत्र
(d) आत्म निर्भरता
(a) मैक्स वेबर
(b) एन्थनी गिडेन्स
(c) ई. दुर्थीम
(d) ए.कॉन्त
(a) वैयक्तिक उन्मेष
(b) दीर्धकालिक उन्मेष
(c) सम्बन्ध अपने आप में लक्ष्य हैं
(d) सम्बन्ध लक्ष्य का साधन हैं
(a) श्वेतपोशी अपराध
(b) साइबर अपराध
(c) कॉरपोरेट अपराध
(d) संगठित अपराध
(a) विकास के समाजवादी पथ के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पुनः दृढ़तापूर्वक जाहिर की।
(b) मिश्रित आर्थिक पथ के प्रति पुनः अभिमुखीकरण।
(c) आत्म-निर्भरता के गांधीवादी मॉडलों को पुनर्जीवित किया।
(d) आर्थिक नव-उदारवाद के बारे में विचार करना शुरू।
(a) सामाजिक स्वीकृति
(b) सामाजिक मानदण्ड
(c) लोकाचार
(d) लोक रीति
(a) प्रकृतिवाद
(b) एकेश्वरवाद
(c) जीववाद
(d) जड़पूजा
(a) एक समाज
(b) एक संस्था
(c) एक संघ
(d) एक युग्मीय समूह
(a) व्यक्ति
(b) अनूठी सामाजिक घटनाएँ
(c) सामाजिक अंतक्रिया
(d) संस्कृति
(a) आखेट, एकत्रीकरण, कृषिक, चरागाही, औद्योगिक तथा उत्तर औद्योगिक समाज।
(b) एकत्रीकरण, चरागाही, आखेट, औद्योगिक तथा उत्तर औद्योगिक समाज।
(c) आखेट, चरागाही, कृषिक, औद्योगिक तथा उत्तर औद्योगिक समाज।
(d) कृषिक, एकत्रीकरण, आखेट, बागवानी, औद्योगिक तथा उत्तर औद्योगिक समाज ।
(a) बहुविध भूमिकाएँ
(b) भूमिकाओं का संघर्ष
(c) भूमिका पुँज
(d) भूमिकाओं का जोड़
(a) आई (मैं)
(b) मी (मुझे)
(c) इगो (अहमः)
(d) सुपर इगो (परा अहमः)
(a) ऊहात्मक (आनुमानिक) इतिहास
(b) पुस्तकालय कार्य
(c) क्षेत्रीय कार्य
(d) विषयवस्तु विश्लेषण
इस पोस्ट में आपको pgt samajshastra test in hindi PGT समाजशास्त्र मॉडल पेपर ,sociology pgt question answer ,DSSSB PGT Sociology Question Paper in PDF पीजीटी समाजशास्त्र क्वेश्चन आंसर samajshastra ke question answer hindi mai ,PGT SamajShastra Model Paper ,PGT Sociology Question Paper in Hindi Pdf पीजीटी सोशियोलॉजी ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन ,समाजशास्त्र से संबंधित काफी महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर दिए गए है यह प्रश्न उत्तर फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और इसके बारे में आप कुछ जानना यह पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट करके अवश्य पूछे.