ITI

नेत्रदान करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?

नेत्रदान करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?

नेत्रदान करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए

(1) मृत्यु के बाद 4 से 6 घंटे के भीतर ही नेत्रदान हो जाना चाहिए।
(2) नेत्रदान समीपवर्ती नेत्र बैंक को दिया जाना चाहिए। उनकी टीम दिवंगत-व्यक्ति के घर या निकटवर्ती अस्पताल में 10-15 मिनट में नेत्र निकाल लेती है।
(3) नेत्रदान एक सरल प्रक्रिया है और इससे किसी प्रकार का विरूपण नहीं होता।

मानव नेत्र के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी

प्रश्न . प्रकीर्णित प्रकाश का वर्ण किसके कणों पर किस प्रकार निर्भर करता है ? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर- प्रकीर्णित प्रकाश का वर्ण, प्रकीर्णन करने वाले कणों के आकार पर निर्भर करता है। बहुत ही सूक्ष्म कण मुख्य रूप से नीले प्रकाश को प्रकीर्ण करते हैं। बड़े आकार के कण अधिक तरंगदैर्घ्य के प्रकाश को प्रकीर्ण करते हैं। यदि प्रकीर्णन करने वाले कणों का आकार बहुत अधिक है, तो उस अवस्था में प्रकीर्णित प्रकाश श्वेत प्रतीत हो सकता है।

प्रश्न . पराबैंगनी किरणों की उपस्थिति में हम क्यों नहीं देख पाते ?
उत्तर- हमारे रेटिना के शंकु (Cones) इनके प्रति संवेदनशील नहीं हैं।
प्रश्न . कौन-सा प्राणी पराबैंगनी किरणों की उपस्थिति में भी देख सकता है :
उत्तर- शहद की मक्खियां (Bees)।
प्रश्न . चूजे सूर्य निकलते ही जाग जाते हैं और सूर्य डूबते ही सो जाते हैं। क्यों ?
उत्तर- उनके रेटिना पर बहुत कम डंड (Rods) होते हैं और शंकु (Cones) अधिक होते हैं। शंकु केवल तेज प्रकाश के प्रति संवेदनशील होते हैं इसलिए वे सूर्य निकलने के साथ उठ जाते हैं और सूर्य डूबने के साथ सो जाते है।
प्रश्न . वृद्धावस्था में कुछ लोगों को मोतियाबिंद क्यों हो जाता है ?
उत्तर- उनकी आँख के लैंस पर पारभासक या अपादर्शक झिल्ली जम जाती है।
प्रश्न. प्रेस बायोपिया किस कारण होता है ?
उत्तर- आय में वृधि के साथ यह सिलियरी मांसपेशियों में धीरे-धीरे कमज़ोरी आने से होता है।
प्रश्न . निकट दृष्टि और दूर दृष्टि रोगों के एक साथ होने के कारण किस प्रकार के चश्मे की आवश्यकता होती है ?
उत्तर- विफोकल (Bifocal) ।
प्रश्न . किसी बाइफोकल चश्मे में ऊपर और नीचे कौन-कौन से लैंस लगाए जाते हैं ?
उत्तर- ऊपर की तरफ अवतल और नीचे उत्तल लैंस लगाए जाते हैं।

‘प्रश्न . हमारे रेटिना पर प्रकाश संवेदी कोशिकाएं किस प्रकार की होती हैं ?
उत्तर- डंड और शंकु आकार की (Rods and Cones)।
प्रश्न . डंड आकार की कोशिकाएं क्या करती हैं ?
उत्तर- वे प्रकाश कम या अधिक होने की अवस्था में दीप्ति का प्रत्युत्तर देती हैं।
प्रश्न. रंगों की संवेदना रेटिना पर कौन प्रदान करता है ?
उत्तर- शंकु (Cones)।
प्रश्न. कोण किन रंगों के लिए अधिक संवेदनशील होते हैं ?
उत्तर- लाल, हरे और नीले रंगों के लिए।
प्रश्न . जो लोग रंगों की पहचान ठीक प्रकार से नहीं कर पाते, उनके रोग का नाम लिखिए।
उत्तर- रंगांधता (Colour blindness)।
प्रश्न . वाहन चलाने का लाइसेंस किस प्रकार के नेत्र-रोगी को नहीं दिया जाता ?
उत्तर- रंगांधता के रोगी को।

प्रश्न . तेज़ प्रकाश में आँख का लैंस फोकस दूरी को क्या करता है?
उत्तर- कम करता है ताकि बिंब रेटिना पर ठीक बन सके।
प्रश्न . आँख के बहुत निकट की वस्तु साफ़ दिखाई क्यों नहीं देती ?
उत्तर- आँख के लैंस की फोकस दूरी एक निश्चित सीमा से नीचे व्यवस्थित नहीं की जा सकती।
प्रश्न  . पढ़ने के लिए पुस्तक को आँख से लगभग कितनी दूर रखना चाहिए ?
उत्तर- लगभग 25 सेमी० दूर।
प्रश्न . सामान्य दृष्टि को किस प्रतीक के द्वारा चिनित किया जाता है और यह कितनी ली जाती है ?
उत्तर- चिह्न = D; इसे 25 सेमी० लिया जाता है।
प्रश्न  . किसी व्यक्ति की 60 वर्ष की आयु में दृष्टि का निकट बिंदु कितना माना जाता है ?
उत्तर- लगभग 200 सेमी०।।
प्रश्न . रेटिना पर कोई बिंब कब तक बना रहता है?
उत्तर – एक सैकिंड के सोलहवें भाग तक।
प्रश्न . सिनेमा देखते समय हमारी आँख के सामने से बिंब किस वेग से गुज़र जाते हैं ?
उत्तर- एक सैकिंड में 24 या इससे अधिक।

इस पोस्ट में आपको नेत्रदान कौन कर सकता है और इसका क्या तरीका है? नेत्रदान का महत्व नेत्रदान कैसे करें नेत्रदान दिवस नेत्रदान पर निबंध नेत्रदान महादान नेत्र दान महा दान इन हिंदी who cannot donate eyes eye donation after death procedure which part of eye is donated after death how can one donate eye importance of eye donation eye donation wikipedia eye donor transplant what is eye donation मानव आंख क्यों महत्वपूर्ण है मनुष्यों की आंखों के बारे में अद्भुत तथ्यों आंखों पर 101 अद्भुत तथ्यों आंखों के रंग के बारे में तथ्य से संबंधित काफी महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर दिए गए है .अगर यह प्रश्न उत्तर पसंद आए तो दूसरों को शेयर करना ना भूलें अगर इसके बारे में आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट करके जरूर बताएं.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button