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जीवाणुओं द्वारा होने वाले रोगों को याद करने की ट्रिक

जीवाणुओं द्वारा होने वाले रोगों को याद करने की ट्रिक

हेल्लो दोस्तों आपको यह पता होगा की किसी भी कोम्पिटिसन एग्जाम या टेस्ट के लिए शोर्ट ट्रिक्स को याद करना कितना जरूरी है यह हम सभी जानते है , इसी लिए आज हम आपके लिए कुछ उसी प्रकार  कि ट्रिक्स लेके आये है जो आपको सभी तरह के एग्जाम और कम्पटीशन आदि कि तैयारी में सहायक सिद्ध होंगी जैसा कि हम जानते है कि किसी भी तरह के एग्जाम या टेस्ट को समय पर पूरा करने के लिए समय सीमा निर्धारित होती  है तो इस लिए आपको अगर इन शोर्ट ट्रिक्स के बारे में पता होगा तो आप अपना एग्जाम या टेस्ट के दोरान अपना कीमती समय बचा सकते है

दोस्तो अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं में इसके बारे में पूंछा जाता है कि कौन सा रोग किस कारण से होता है !  दोस्तो आज हम आपको जो GK Tricks बताने जा रहे है उसकी सहायता से आप जीवाणुओँ (Bacteria) के कारण होने बाले मानव शरीर के रोगों को आसानी से याद रख पाऐंगे जिसका फायदा आपको अपने किसी भी एग्जाम या टेस्ट में होगा

ट्रिकी वर्ड        रोग

टि                  – टिटेनस ,टीबी (क्षय रोग)
कु                   – कुष्ट रोग
सि                   – सिफिलिस
डी                 – डिप्थीरिया
मे                  – मेनिनजाइटिस
                  – बॉट्यूलिज्म (भोजन विषाक्तता)
नी                  – निमोनिया
है                    – हैजा
                    – प्लेग
टा                  – टॉयफाईड
का                    – काली खाँसी
टिकु सिडी में बनी है पटाका
तो दोस्तों इस प्रकार से आप इस केवल एक लाइन के माध्यम से जीवाणुओं द्वारा होने वाले रोगों को याद रख पाएंगे

जीवाणु के बारे में जानकारी 

जीवाणु :- एक एककोशिकीय जीव है। इसका आकार कुछ मिमी तक ही होता है। इनकी आकृति गोल या मुक्त-चक्राकार से लेकर छङा, आदि आकार की हो सकती है। ये प्रोकैरियोटिक, कोशिका भित्तियुक्त, एककोशकीय सरल जीव हैं जो प्रायः सर्वत्र पाये जाते हैं। ये पृथ्वी पर मिट्टी में, अम्लीय गर्म जल-धाराओं में, नाभिकीय पदार्थों में जल में, भू-पपड़ी में, यहाँ तक की कार्बनिक पदार्थों में तथा पौधौं एवं जन्तुओं के शरीर के भीतर भी पाये जाते हैं। साधारणतः एक ग्राम मिट्टी में 4 करोड़ जीवाणु कोष तथा 1 मिलीलीटर जल में 10 लाख जीवाणु पाए जाते हैं। संपूर्ण पृथ्वी पर अनुमानतः लगभग 5X1030 जीवाणु पाए जाते हैं। ये कई तत्वों के चक्र में बहुत महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं, जैसे कि वायुमंडलीय नाइट्रोजन के स्थीरीकरण में। हाँलाकि बहुत सारे वंश के जीवाणुओं का श्रेणी विभाजन भी नहीं हुआ है तथापि लगभग आधे जातियों को किसी न किसी प्रयोगशाला में उगाया जा चुका है। जीवाणुओं का अध्ययन बैक्टिरियोलोजी के अन्तर्गत किया जाता है जो कि सूक्ष्मजैविकी की ही एक शाखा है।

इस पोस्ट में आपको  विषाणु से होने वाले रोग ट्रिक प्रोटोजोआ से होने वाले रोग विषाणु जनित रोग ट्रिक जीवाणु रोग जीवाणु और विषाणु से होने वाले रोग प्रोटोजुआ से होने वाले रोग मानव रोग वायरस से होने वाले रोग ट्रिक हॉट ट्रिक जीवाणु से होने वाले रोग जीवाणुओं द्वारा होने वाले प्रमुख रोग मानव रोग ट्रिक से संबंधित जानकारी दी गई है.  तो इन्हें आप ध्यानपूर्वक पढ़ें. अगर इनके बारे में आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट करके पूछो और अगर आपको यह टेस्ट फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें.

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