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RPMT Previous Year Question Paper In Hindi

RPMT Previous Year Question Paper In Hindi

RPMT के लाखों उम्मीदवार हर साल तैयारी करते है .उन्हें अपनी तैयारी पिछले साल के पेपरों से करनी चाहिए .इससे उम्मीदावर की तैयारी अच्छे से हो जाती है .और इस से उम्मीदवार को पता चल जाता है कि इस एग्जाम में पिछली बार कैसे प्रश्न पूछे गए थे .इसलिए RPMT की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को इस पोस्ट में RPMT परीक्षा से संबंधित काफी महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर दिए गए .इन्हें आप अच्छे से याद करे.यह आपके लिए बहुत फायदेमंद होंगे.

किसी द्रव की सतह के अणु की स्थितिज ऊर्जा उसी द्रव के आन्तरिक अणु की ऊर्जा की अपेक्षा
•शून्य है
•कम है
•बराबर है।
•अधिक है।
Answer
अधिक है।
रेडियोऐक्टिव क्षय में उत्सर्जित ऋण आवेशी B -कण होते हैं।
•नाभिक के भीतर विद्यमान इलेक्ट्रॉन
•नाभिक के भीतर न्यूट्रॉनों के क्षय से उत्पन्न इलेक्ट्रॉन
•परमाणुओं के टकराने से उत्पन्न इलेक्ट्रॉन
•नाभिक के चारों ओर घूमने वाले इलेक्ट्रॉन
Answer
नाभिक के भीतर न्यूट्रॉनों के क्षय से उत्पन्न इलेक्ट्रॉन
एक अचर चुम्बकीय क्षेत्र के प्रभाव में एक आवेशित कण त्रिज्या R के वृत्त में स्थिर चाल V से चल रहा है। इस चलन का समय अन्तराल
•V पर निर्भर करेगा और R पर नहीं
•R और V दोनों पर निर्भर करेगा
•R और V दोनों के प्रभाव से मुक्त रहेगा
•R पर निर्भर करेगा और Y पर नहीं
Answer
R और v दोनों के प्रभाव से मुक्त रहेगा
कमरे के तापक्रम पर ‘निकिल’ लौह-चुम्बकत्व गुण दर्शाता है। यदि तापक्रम को क्यूरी तापक्रम से अधिक कर दें, तो निकिल प्रदर्शित करेगा
•अनुचुम्बकत्व
•प्रति लौह-चुम्बकत्व
•अचुम्बकत्व
•प्रतिचुम्बकत्व
Answer
अनुचुम्बकत्व
एक सममित द्वि-उत्तेल लेन्स, मुख्य अक्ष के एक लम्बवत् तल द्वारा दो बराबर भागों में काट दिया जाता है। यदि मूल लेन्स की क्षमता 4D थी, तो कटे हुए लेन्स की शक्ति होगी?
•2 डायोप्टर
•3 डायोप्टर
•4 डायोप्टर
•5 डायोप्टर
Answer
2 डायोप्टर
कोई प्रेक्षक किसी स्थिर ध्वनि स्रोत की ओर ध्वनि के वेग के 1/5वें वेग से गति करता है। आभासी आवृत्ति में प्रतिशत वृद्धि क्या है?
•0.5%
•शून्य
•20%
•5%
Answer
20%
किमी/घण्टा की चाल से चलती हुई एक कार ब्रेक लगाने पर 6 मी की दूरी पर रुकती है। यदि समान कार 100 किमी/घण्टा की चाल से गतिमान है, तो ब्रेक लगाने पर यह कितनी दूरी चलकर रुकेगी?
•12 मी
•18 मी
•24 मी
•6 मी
Answer
24 मी
एक अमीटर 1 ऐम्पियर तक की धारा को मापता है। इसका प्रतिरोध 0.81 2 है। अमीटर की परास 10 ऐम्पियर तक बढ़ाने के लिए आवश्यक शंट प्रतिरोध होगा।
•003 ओम
•03 ओम
•09 ओम
•0.09 ओम
Answer
0.09 ओम
एक माध्यम में किसी प्रकाश तरंग की आवृत्ति 2×10 14 हर्ट्ज़ है और इसकी तरंगदैर्घ्य 5000 Å है। माध्यम का अपवर्तनांक होगा।
•1.40
•1.50
•3.00
• 1.33
Answer
3.00

धात्विक तार का पृष्ठ क्षेत्रफल A का एक फ्रेम साबुन की फिल्म से ढका है। यदि धात्विक तार के फ्रेम का क्षेत्रफल 50% कम कर दिया जाए, तब साबुन की फिल्म की ऊर्जा में परिवर्तन होगा।
•100%
•75%
•50%
•25%
Answer
50%
कोई गेंद किसी बिन्दु से उन्नयन कोण Θ पर चाल V% से फेंकी जाती है। उसी बिन्दु से उसी क्षण कोई व्यक्ति किसी नियत चाल Vo/2 से गेंद को लपकने के लिए दौड़ना आरम्भ कर देता है। क्या वह व्यक्ति उस गेंद को लपक पाएगा? यदि हाँ, तो प्रक्षेप कोण Θ का क्या मान होना चाहिए?
•हाँ, 60°
•हाँ, 45°
•नहीं
•हाँ, 30°
Answer
हाँ, 60°
एक बेलनाकार तार की लम्बाई में 100% की वृद्धि की जाती है। व्यास में संगत कमी के कारण प्रतिरोध में परिवर्तन होगा।
•200%
•100%
•50%
•300%
Answer
300%
एक कमानीदार तुला को, लिफ्ट की छत से लटकाया गया है। स्थिर लिफ्ट में,तुला से किसी बैग को लटकाने पर तुला का पाठ्यांक 49 न्यूटन आता है। यदि लिफ्ट 5 मी/से के त्वरण से नीचे की ओर जाती है, तो तुला का पाठ्यांक होगा?
•24 न्यूटन
•74 न्यूटन
•15 न्यूटन
•49 न्यूटन
Answer
24 न्यूटन
एक चक्र का कोणीय त्वरण 3.0 रेडियन/से2 है और इसकी आरम्भिक कोणीय चाल 2.0 रेडियन/से है। 2 सेकण्ड के काल में इसके घुमावों का रेडियन मान होगा?
•6
•10
•2
•4
Answer
10
किसी वस्तु के तीन प्रतिबिम्ब प्राप्त करने के लिए दो समतल दर्पणों के बीच का कोण होना चाहिए?
•60°
•90°
•120°
•30°
Answer
90°
3.5×10 4 किग्रा का एक रॉकेट, 10 मी/से2 के प्रारम्भिक त्वरण से ऊपर की ओर छोड़ा जाता है। रॉकेट पर प्रारम्भिक उत्क्षेप बल है।
•3.5×10 5 न्यूटन
•7×10 5 न्यूटन
•14×10 5 न्यूटन
•175×10 5 न्यूटन
Answer
3.5×10 5 न्यूटन
निम्न में से किस युग्म की विमाएँ समान नहीं है?
•बल आघूर्ण व कार्य
•संवेग व प्लांक नियतांक
•प्रतिबल व यंग प्रत्यास्थता गुणांक
•उपरोक्त में से कोई नहीं
Answer
संवेग व प्लांक नियतांक
यदि हाइड्रोजन परमाणु में इलेक्ट्रॉन की बन्धन ऊर्जा 136 Ev है, तो Li2+ की प्रथम उत्तेजित अवस्था से इलेक्ट्रॉन निकालने के लिए आवश्यक ऊर्जा होगी।
•30.6ev
•13.6 Ev
•3.4 Ev
•122.4ev
Answer
30.6ev
यंग के द्वि-झिरीं प्रयोग में तरंगदैर्घ्य के दोगुने के बराबर झिरी-पृथक्कन के लिए संभावित व्यतिकरण उच्चिष्ठों की अधिक संख्या होती हैं।
•अनन्त
•शून्य
•तीन
•पाँच
Answer
पाँच
पृथ्वी के दो उपग्रह S1 और S2 एक ही कक्षा में घूम रहे हैं। S1 का द्रव्यमान S2 के द्रव्यमान का चार गुना है। निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य है?
•S1 का आवर्तकाल S2 के आवर्तकाल से चार गुना है।
•दोनों उपग्रहों के लिए पृथ्वी और उपग्रह की स्थितिज ऊर्जाएँ बराबर हैं।
•S1 और S2 दोनों उपग्रह समान चाल से घूम रहे हैं।
•दोनों उपग्रह की गतिज ऊर्जाएँ समान हैं।
Answer
s1 और S2 दोनों उपग्रह समान चाल से घूम रहे हैं।
एक भारहीन डोरी से एक M किग्रा द्रव्यमान को लटकाया जाता है। वह क्षैतिज बल, जोकि इस द्रव्यमान को प्रारम्भिक ऊध्र्वाधर दिशा से 45° के कोण तक विस्थापित करने के लिए आवश्यक है, है?
•Mg √2
•Mg/√2
•Mg √2-1)
•Mg(√2 + 1)
Answer
Mg √2-1)
जब किसी कुण्डली में 0.05 सेकण्ड में धारा +2 ऐम्पियर से -2 ऐम्पियर हो जाती है, तब कुण्डली में 8 वोल्ट का विद्युत वाहक बल उत्पन्न हो जाता है। कुण्डली का स्वप्रेरण गुणांक है?
•0.2 हेनरी
•0.4 हेनरी
•0.8 हेनरी
•0.1 हेनरी
Answer
0.1 हेनरी
एक श्रेणीबद्ध L-C-R परिपथ में C =10 माइक्रो हेनरी एवं Ω = 1000 सेकण्ड1 है। परिपथ में महत्तम धारा के लिए प्रेरकत्व L का मान कितना होना चाहिए?
•100 मिली हेनरी
•1 मिली हेनरी
•R का मान ज्ञात न होने से परिकलन सम्भव नहीं
•10 मिली हेनरी
Answer
100 मिली हेनरी
एक गैस के एक किलो मोल को रुद्धोष्म रूप से संपीडित करने में 146 किलो जूल का कार्य किया जाता है और इस प्रक्रम में गैस का तापमान 7°C से बढ़ता है। गैस है (R = 8.3 जूल/मोल-K)
•त्रिपरमाणुक
•एकपरमाणुक और द्विपरमाणुक का मिश्रण
•एकपरमाणुक
•द्विपरमाणुक
Answer
द्विपरमाणुक
रुद्धोष्म प्रक्रम के दौरान, किसी गैस का दाब, परम ताप के घन के समानुपाती है। गैस के लिए Cp/Cv का मान होगा।
•4/3
•2
•5/3
•3 /2
Answer
3 /2
दो रेडियो सक्रिय पदार्थ A और B के क्षय नियतांक क्रमशः 5 ん और ん हैं। T=0 पर उनके नाभिकों की संख्या समान हैं। A के नाभिकों की संख्या का B के नाभिकों की संख्या से अनुपात किस समय अन्तराल के बाद (1/E)2 होगा?
•1/4ん
•4ん
•2ん
•1/2ん
Answer
1/2ん
दो कुण्डलियों को एक-दूसरे के निकट रखा जाता है, तो कुण्डलियों के युग्म का अन्योन्य प्रेरण गुणांक निर्भर करता है।
•दोनों कुण्डलियों में धारा परिवर्तन की दर पर
•दोनों कुण्डलियों की आपेक्षिक स्थितियों पर
•कुण्डलियों के तारों के पदार्थ पर
•दोनों कुण्डलियों में धारा पर
Answer
दोनों कुण्डलियों की आपेक्षिक स्थितियों पर
एक हल्की कमानीदार तुला को, एक अन्य हल्की कमानीदार तुला से लटकाया जाता है। यदि पहली तुला से M किग्रा का एक ब्लॉक लटकाया जाता है, तो तुला के पाठ्यांकों के सम्बन्ध में कौन-सा कथन सत्य है?
•दोनों तुलाओं का पाठ्यांक M किग्रा होगा
•नीचे वाली तुला का पाठ्यांक M किग्रा होगा व ऊपर वाली तुला का पाठ्यांक शून्य होगा
•दोनों तुलाओं का पाठ्यांक कुछ भी हो परन्तु दोनों के पाठ्यांकों का योग M किग्रा होगा
•दोनों तुलाओं का पाठ्यांक M/2 किग्रा होगा
Answer
दोनों तुलाओं का पाठ्यांक M किग्रा होगा
धातू व अर्द्धचालक में ताप के साथ प्रतिरोध में परिवर्तन के अन्तर का कारण है।
•क्रिस्टल संरचना
•ताप के साथ आवेश वाहकों की संख्या में परिवर्तन
•बन्धों का प्रकार
•उपरोक्त में से कोई नहीं
Answer
ताप के साथ आवेश वाहकों की संख्या में परिवर्तन

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