रानी लक्ष्मीबाई का जीवन परिचय

रानी लक्ष्मीबाई का जीवन परिचय

रानी लक्ष्मीबाई का जीवन परिचय आज सभी कॉम्पीटिशन एग्जाम में समान्य ज्ञान के सेक्शन में  सभी महान व्यक्ति से सबंधित बहुत से प्रश्न पूछे जाते है क्योकि सभी महान व्यक्ति से सबंधित प्रश्न समान्य ज्ञान का एक इम्पोर्टेन्ट पार्ट है इसलिए यदि कोई उमीदवार किसी कॉम्पीटिशन एग्जाम की तैयारी कर रहा है तो उसे सभी महान व्यक्ति से सबंधित समान्य ज्ञान होना चाहिए इसलिए आज हम सभी महान व्यक्ति  के बारे में बतायेंगे यदि आप विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे: आईएएस, शिक्षक, यूपीएससी, पीसीएस, एसएससी, बैंक, एमबीए एवं अन्य सरकारी नौकरियों के लिए तैयारी कर रहे हैं, तो आपको सभी महान व्यक्ति से सबंधित जानकारी होनी चाहिए इनमे से प्रश्न अक्सर एग्जाम में पूछे जाते है|

रानी लक्ष्मीबाई का जीवन परिचय: (Biography of Rani Laxmibai In Hindi)

रानी लक्ष्मीबाई मराठा शासित झाँसी राज्य की रानी और 1857 के प्रथम भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम की वीरांगना थीं लक्ष्मीबाई का जन्म वाराणसी(काशी) ज़िले के भदैनी नामक शहर में 19 नवम्बर 1835 को हुआ था। उनका बचपन का नाम मणिकर्णिका था लेकिन प्यार से उन्हें मनु कहा जाता था। उनकी माँ का नाम भागीरथीबाई और पिता का नाम मोरोपंत तांबे था। मोरोपंत एक मराठी थे और मराठा बाजीराव क सेवा में थे। माता भागीरथीबाई एक सुसंस्कृत, बुद्धिमान और धर्मनिष्ठ साल की थी तब उकी माँ की मृत्यु हो गयी। क्योंकि घर में मनु की देखभाल के लिये कोई नहीं था इसलिए पिता मनु को अपने साथ पेशवा बाजीराव द्वितीय के दरबार में ले जाने लगे। जहाँ चंचल और सुन्दर मनु ने सब लोग उसे प्यार से “ली” कहकर बुलाने लगे। मनु ने बचपन में शास्त्रों की शिक्षा के साथ शस्त्र की शिक्षा भी ली।सन् 1842 में उनका विवाह झाँसी के मराठा शासित राजा गंगाधर राव नेवालकर के साथ हुआ और वे झाँसी की रानी बनीं। विवाह के बाद उनका नाम लक्ष्मीबाई रखा गया। सन् 1851 में रानी लक्ष्मीबाई ने एक पुत्र को जन्म दिया। परन्तु चार महीने की उम्र में ही उसकी मृत्यु हो गयी। सन् 1853 में राजा गंगाधर राव का स्वास्थ्य बहुत अधिक बिगड़ जाने पर उन्हें दत्तक पुत्र लेने की सलाह दी गयी। पुत्र गोद लेने के बाद 21 नवम्बर 1853 को राजा गंगाधर राव की मृत्यु हो गयी। दत्तक पुत्र का नाम दामोदर राव रखा गया।

ब्रितानी राज ने अपनी राज्य हड़प नीति के तहत बालक दामोदर राव के ख़िलाफ़ अदालत में मुक़दमा दायर कर दिया। हालांकि मुक़दमे में बहुत बहस हुई, परन्तु इसे ख़ारिज कर दिया गया। ब्रितानी अधिकारियों ने राज्य का ख़ज़ाना ज़ब्त कर लिया और उनके पति के कर्ज़ को रानी के सालाना ख़र्च में से काटने का फ़रमान जारी कर दिया। इसके परिणामस्वरूप रानी को झाँसी का क़िला छोड़ कर झाँसी के रानीमहल में जाना पड़ा। पर रानी लक्ष्मीबाई ने हिम्मत नहीं हारी और उन्होनें हर हाल में झाँसी राज्य की रक्षा करने का निश्चय किया।

Quick Info About Rani Laxmibai In Hindi:

नाम रानी लक्ष्मीबाई
जन्म तिथि 19 नवम्बर 1828
जन्म स्थान वाराणसी, उत्तर प्रदेश (भारत)
निधन तिथि 18 जून 1858
उपलब्धि झांसी राज्य की रानी
उपलब्धि वर्ष

रानी लक्ष्मीबाई से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य: (Important Facts Related To Rani Laxmibai)

  1. 1857 के सितम्बर तथा अक्टूबर के महीनों में पड़ोसी राज्य ओरछा तथा दतिया के राजाओं ने झाँसी पर आक्रमण कर दिया था।
  2. लक्ष्मीबाई का विवाह सन् 1842 में झाँसी के राजा गंगाधर राव निवालकर के साथ हुआ था।
  3. रानी लक्ष्मीबाई के बचपन का नाम मणिकर्णिका था, पर परिवारवाले उन्हें स्नेह से मनु पुकारते थे।
  4. झांसी की रानी लक्ष्मीबाई सन 1857 के प्रथम भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम की वीरांगना थीं। उन्होंने मात्र 23 वर्ष की आयु में अंग्रेज़ साम्राज्य की सेना से लौहा लिया था।
  5. 18 जून 1858 को ग्वालियर के पास कोटा की सराय में ब्रिटिश सेना से लड़ते-लड़ते रानी लक्ष्मीबाई ने वीरगति प्राप्त की थी।
  6. झाँसी 1857 के संग्राम का एक प्रमुख केन्द्र बन गया जहाँ हिंसा भड़क उठी थी।
  7. रानी लक्ष्मीबाई ने एक स्वयंसेवक सेना का गठन प्रारम्भ किया था। इस सेना में महिलाओं की भर्ती भी की गयी और उन्हें युद्ध प्रशिक्षण भी दिया गया था।
  8. इनके पिता एक साधारण ब्राह्मण और अंतिम पेशवा बाजीराव द्वितीय के सेवक थे।
  9. इनके पिता का नाम ‘मोरोपंत तांबे’ और माता का नाम ‘भागीरथी बाई’ था।
  10. रानी लक्ष्मीबाई का जन्म 19 नवम्बर 1828 को वाराणसी उत्तर प्रदेश में हुआ था।

हमने इस पोस्ट में रानी लक्ष्मी बाई की कहानी रानी लक्ष्मी बाई के घोड़े का नाम क्या था झांसी रानी का इतिहास रानी लक्ष्मी बाई के बारे में जानकारी झांसी की रानी का इतिहास रानी लक्ष्मी बाई पर निबंध रानी लक्ष्मी बाई पर कविता रानी लक्ष्मी बाई के ऊपर निबंध  से संबंधित  जानकारी दी हैऔर आगे आने वाली परीक्षाओं में भी इनमें से काफी प्रश्न पूछे जा सकते हैं. तो इन्हें ध्यानपूर्वक पढ़ें. अगर इनके बारे में आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट करके पूछो और अगर आपको यह  जानकारी  फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें.

Leave A Reply

Your email address will not be published.