वर्ण विक्षेपण छमता वर्ण विक्षेपण का चित्र वर्ण विक्षेपण क्षमता की परिभाषा वर्ण विक्षेपण क्षमता किसे कहते हैं वर्ण विक्षेपण क्षमता का सूत्र वर्ण विक्षेपण क्षमता से क्या तात्पर्य है वर्ण विक्षेपण क्षमता क्या है प्रकाश का वर्ण विक्षेपण किसे कहते हैं विक्षेपण किसे कहते हैं विक्षेपण की परिभाषा वर्ण विक्षेपण क्षमता से क्या तात्पर्य है
प्रिज्म द्वारा स्वेत प्रकाश का सात रंगों में विभाजित होना वर्ण विक्षेपण कहलाता है।
सन 1666 में Isaac newton ने प्रकाश के वर्ण विक्षेपण खोज की थी के कोई भी सफ़ेद प्रकाश किसी भी ग्लास prism से जब भी गुजरता है तो वह दूसरी छोर पे सात अलग अलग रंगों में बट जाती है
वर्ण विक्षेपण क्षमता
परिभाषा :- किन्हीं दो रंगों की किरणों के कोणीय वर्ण विक्षेपण और माध्य किरण के विचलन के अनुपात को उन रंगों के लिए प्रिज्म की वर्ण-विक्षेपण क्षमता कहते हैं। इसे ω ओमेगा से प्रदर्शित करते हैं।
【माध्य किरण वह किरण है , जिसका अपवर्तनांक उन दो रंगों की किरणों के अपवर्तनाको के औसत के बराबर होता है। 】
सूत्र के रूप में ,
वर्ण विक्षेपण क्षमता =बैंगनी और लाल रंग की किरणों का कोणीय वर्ण विक्षेपण / माध्य किरण (पीले रंग की किरण) का विचलन-कोण
ω = θ/δy = (δv – δr)/δy ……….(1)
जहाँ δv = बैंगनी रंग का विचलन तथा
δr = लाल रंग का विचलन
परन्तु δv = (μv-1)A , δ= (μr-1)A तथा
δy = (μy-1)A
जहाँ μv ,μr व μy क्रमशः बैंगनी , लाल व पीले रंग की किरणों के लिए प्रिज्म के लिए प्रिज्म के पदार्थ के अपवर्तनांक तथा A प्रिज्म का कोण है।
समीकरण (1) मे मान रखने पर ,
ω = (μv-1)A – (μr-1)A / (μy-1)A
= (μv – μr) A / (μy-1)A
ω = (μv – μr) / (μy-1)A
अतः varn vikshepan क्षमता प्रिज्म के कोण पर निर्भर नहीं करती।