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ITI Fitter Theory Cutting Tools In Hindi

ITI Fitter Theory Cutting Tools In Hindi

धातुओं को अलग-अलग आकार में काटने के लिए या उन्हें किसी भी आकार में परिवर्तित करने के लिए उनकी कटाई करना बहुत ही आवश्यक होता है. धातुओं को काटने के लिए अलग-अलग औजारों का इस्तेमाल किया जाता है. और धातुओं को काटने के लिए अलग-अलग विधियां अपनाई जाती हैं जिसके बारे में नीचे आपको बताया जाएगा.

Metal Cutting Method

धातु को विभिन्न विधियों से काटा जा सकता है जो निम्नलिखित है
1 अपघर्षण (Abrasion)
2. संगलन (Fusion)
3. चीरा लगाना (Incision)

ITI Fitter Theory Cutting Tools In Hindi

फिटर कार्यों में किसी धातु को काटने, छीलने सुराख या खुरचने के लिए काटने वाले औजारों का प्रयोग किया जाता है। यह कार्बन स्टील, हाई कार्बन स्टील, हाई स्पीड स्टील अथवा एलॉय स्टील के बनाए जाते हैं। काटने वाले औजार प्रायः निम्नलिखित प्रयोग किए जाते हैं।

1. चीजल

हल्के व पतले अवयवों को काटने के लिए सबसे अधिक प्रयोग में आने वाला औजार छेनी है। छेनी को बनाने के लिए हाई कार्बन स्टील (high carbon steel) का गोल, षट्भुजाकार या अष्टभुजाकार लट्ठा प्रयोग किया जाता है। छेनी का कोई निश्चित साइज (size) नहीं होता। आवश्यकतानुसार ये छोटी-बड़ी हर साइज की प्रयोग की जाती हैं। फोर्जिंग विधि द्वारा इसके शीर्ष (striking head) को लगभग 70° के कोण पर शंक्वाकार बनाया जाता है तथा निचले भाग को उल्टे आयताकार पिरामिड (pyarmid) की भाँति बनाया जाता है.

छेनियों के प्रकार 

छेनियों का प्रयोग धातु की ठण्डी व गरम दोनों अवस्थाओं में किया जाता है। अतः छेनियों को दो प्रकार से वर्गीकृत किया जा सकता है।

गरम छेनी

यह छेनी धातु अवयवों को गर्म अवस्था में ही काटने के काम में लाई जाती है। इसकी आवश्यकता फोर्जिंग शॉप (forging shop) में अधिक रहती है। इसकी कटाई धार (cutting edge) का कोण 30° होता है। कटाई करने के पश्चात् प्रत्येक बार इसकी धार को पानी में ठण्डा कर लिया जाता है। इससे इसकी धार हार्ड हो जाती है। इसको बार-बार हार्ड व टेम्पर करने की आवश्यकता नहीं होती।

ठण्डी छेनी

ठण्डी छेनी (cold chisel) द्वारा धातु खण्डों को ठण्डी अवस्था में काटा जाता है। लगभग प्रत्येक शॉप में इसके प्रयोग की आवश्यकता रहती है। विभिन्न कार्यों के लिए अलग-अलग आकार (shape) की छेनियाँ प्रयोग की जाती हैं.

  1. फ्लैट छेनी Flat Chisel
  2. क्रॉस कट छेनी Cross Cut Chisel
  3. डायमण्ड प्वॉइण्ट छेनी Diamond Point Chisel
  4. हाफ राउण्ड छेनी Half Round Chisel
  5. गऊ-मुख छेनी Cow-mouth Chisel
  6. खोखली छेनी Hollow Chisel
  7. ऑफसैट छेनी Offset Chisel
  8. वेब छेनी Web Chisel

2. फाइल

रेती (File):- रेती एक बहु बिंदु (Multi point) कर्तन औजार है।इसके द्वारा धातु को कणों के रूप में काटा जाता है। यह फिटर का मुख्य औजार है । इसके द्वारा जॉब बनाते समय अतिरिक्त माल घिसाकर हटाया जाता है.

रेती का वर्गीकरण निम्नलिखित चार प्रकार से होता है :

1. आकार के अनुसार

विभिन्न रूप रेखाओं (Profiles) की जॉब बनाने के लिए विभिन्न आकृति की रेतियों का प्रयोग किया जाता है। रेती को आकृति के अनुप्रस्थ काट (Cross Section) द्वारा वर्णित की जाती है।

आकृतियों के अनुसार रेतियों के प्रकार 

A.चपटी रेती
B.दस्ती रेती
C. वर्गाकार रेती
D.गोलाकार रेती
E.अर्द्धगोलाकार रेती
F.त्रिभुजाकार रेती
G.चाकू धार रेती

2. लम्बाई के अनुसार

अधिकांश रेतियों की लंबाई 100 मि. मी. से 450 मि. मी. तक उपलब्ध होती है। ये 100, 150, 200, 250, 300 तथा 400 मि. मी. की रेंज में होती है। एक रेती की लंबाई उसकी टिप तथा हील के बीच की दूरी तक होती है।

3. कट के अनुसार 

विभिन्न प्रकार के कार्यों के अनुसार विभिन्न प्रकार के दांतों की रेतियां प्रयोग की जाती हैं। रेतियों के फेस पर दांतों के कट बनाए जाते हैं।

कट के अनुसार रेतियों के प्रकार

दांतों के कट के अनुसार रेतियाँ निम्नलिखित चार प्रकार की होती हैं:
A.इकहरी कट रेती
B.दोहरी कट रेती
C.रेस्प कट रेती
D.वक्राकार कट रेती

4. ग्रेड के अनुसार

रेती के ग्रेड से तात्पर्य दांतों के बीच की दूरी से है अर्थात् प्रति सें. मी. दांतों की संख्या निर्धारण करना । दांतों के ग्रेड के अनुसार रेतियाँ विभिन्न प्रकार की होती है।

ग्रेड के अनुसार रेतियों के प्रकार 

A. रूक्ष रेती
B.बास्टर्ड रेती
C.सैकिंड कट रेती
D.चिकनी रेती
E.अति चिकनी रेती

3. हेक्सा

कार्यशाला में अक्सर लोहे के लट्ठों, प्लेट, पाइप या शीट आदि को काटने की आवश्यकता रहती है। यह कार्य Fitter शॉप में हैक्साँ  द्वारा ही किया जाता है।

हैक्सा फ्रेम के भाग

  1. फ्रेम
  2. हैंडल
  3. ब्लेड
  4. पिन
  5. विंग नट

हैक्साँ फ्रेम मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं।

1.फिक्स्ड हैक्सॉ फ्रेम: फिक्स्ड हैक्साँ फ्रेम में हम मात्र एक लम्बाई के ब्लेड का प्रयोग कर सकते हैं। जैसे यदि फ्रेम 250 मिमी लम्बाई का है तो वह इससे छोटा या बड़ा ब्लेड नहीं प्रयोग कर पाएगा। इस फ्रेम को फिक्स्ड फ्रेम कहते हैं।

2.एडजस्टेबल हैक्सॉ फ्रेम : एडजस्टेबल हैक्सॉ फ्रेम दो टुकड़ों में बना होता है। एडजस्टेबल स्क्रू की ओर के भाग में यूव बने होते हैं। इसमें फ्रेम की लम्बाई को एडजस्ट किया जा सकता है। इस फ्रेम में 200 से 300 मिमी तक के ब्लेड प्रयोग किए जा सकते हैं.

3.डीप कटिंग हैक्सॉ फ्रेम : यह भी सॉलिड फ्रेम की ही प्रकार का एक ही लम्बाई के ब्लेड को प्रयोग करने के लिए बनाया गया फ्रेम है। इसकी गहराई बहुत अधिक रखी जाती है, जिससे यह गहराई तक काटने पर भी जॉब में नहीं अटकता.

धातु कर्त्तन मशीन आरीयाँ

दस्ती आरी के अतिरिक्त बहुत सी ऐसी आरियाँ है जो विस्तार कार्यों में प्रयोग की जाती है तथा जो विद्युत से संचालित की जाती है:

1 विद्युत चालित आरी

यह बिजलं की मोटर से चालित की जाती है। सर्वाधिक इसी आरी का प्रयोग किया जाता है। लघु उद्योगों में धातु की कटिंग प्रक्रिया के लिए इसका प्रयोग आसानी से किया जाता है।

2. क्षैतिज बैंड आरी

यह आरी क्षैतिज दशा में धातु को काटती है इसमें दो स्टैंड पुल्लियाँ तथा एक विद्युत मोटर लगी रहती है। इन पुल्लियों पर एक बिना सिरे वाला बैंड ब्लेड  घुमता है जो धातु को काटता है।

3. वृत्ताकार आरी 

इस वृताकार कटिंग मशीन का प्रयोग बड़े साइज के अनुप्रस्थ काट (Cross Section) की धातु को काटने के लिए किया जाता है। इसकी विशेषता यह है कि यह निरंतर कटिंग क्रिया करता है। यह बहु-उत्पादन कार्यों में उपयोगी होती है।

4. कंटूर बैंड आरी

यह मशीन भारी कार्यों के लिए उपयोगी है इसमें लगी स्टैंड पुल्लियों से गति को कम या ज्यादा किया जा सकता है। इसमें एक ऐसा ब्लेड लगा होता है जो लचीला होता है और मुड़ता हुआ निरंतर चलता है।

स्निप्स

यह एक ऐसी कैंची होती है, जिसके द्वारा पतली तथा नर्म धातु की चादरों को काटा जाता है, इसे दस्ती शियर (Hand Shear) भी कहते हैं। यह हाई कार्बन स्टील की बनाई जाती है। इसके ब्लेड कठोरीकृत तथा टेंपरित किये जाते हैं। इसके द्वारा 1.2 मि. मी. मोटाई तक की धातु की चादर काटी जाती है। इसके ब्लेड की धार 80° के कोण पर ग्राइंड होती है।

स्निप्स स्निप्स के प्रकार

स्निप्स दो प्रकार के होते हैं जो निम्नलिखित हैं:
1. सीधी स्निप्स : इसके ब्लेड सीधे होते हैं। इसका प्रयोग पतली शीटों को सीधा काटने के लिए किया जाता है। इसके द्वारा बड़े त्रिज्या वाले वक्राकार (Curved) चादरों को भी काटा जाता है। इसको मार्किंग रेखाओं पर नहीं चलाना चाहिये बल्कि थोड़ी दूरी पर कटिंग करनी चाहिये।

2. मुड़ी स्निप्स : इसके ब्लेड वक्राकार बने होते हैं जो वृताकार (Circular) कटिंग करते हैं। इस स्निप का प्रयोग धातु की चादरों को बेलनाकार तथा शंकु आकार को काटने के लिए किया जाता है।

लीवर शीयर्स

जिन चादरों की मोटाई ज्यादा हो और उनको दस्ती स्निप्स से काटना बड़ी कठिन होता है इसलिए उनको । लीवर शीयर्स (Shears) से काटा जाता है।लीवर शीयर्स लीवर शीयर्स ब्लेड को 87° के कोण पर ग्राइंड किया जाता है। इसका नीचे वाला ब्लेड सदैव स्थिर रहता है तथा ऊपरी ब्लेड चलता है। इसमें व्यवस्थित क्लैंपिंग युक्ति का उपयोग काटे जाने वाली चादर को झुकने से बचाने के लिए किया जाता है। इस क्लैपिंग युक्ति को चादर की मोटाई के अनुसार एडजेस्ट किया जा सकता है.

ट्रेपनिग कटर्स

 

शीट मैटल में बड़े व्यास का गोलाकार टुकड़ा हटाने के लिए विस्ट ड्रिल से सुराख करना कठिन व असंभव होता है। इसके लिए ट्रेपनिंग कटर्स प्रयोग किये जाते हैं इससे केवल एक छल्लेदार धातु का टुकड़ा हटाया जा सकता है।

ट्रेपनिंग कटर्स के प्रकार

ट्रेपनिंग कटर्स निम्नलिखित तीन प्रकार के होते हैं:
1. फ्लाई कटर : यह साधारण प्रकार का ट्रेपनिंग कटर है । इसको आवश्यकतानुसार तथा साइजानुसार एडजेस्ट किया जा सकता है.

2. पायलट ट्रेपनिंग कटर्स : इसको प्रयोग करने से पूर्व धातु चादर में एक सुराख कर लिया जाता है इस सुराख में इस ट्रेपनिंग के पायलट को डालकर एडजैस्टेबल आर्म को साइज के अनुसार सैट किया जाता है ताकि सही साइज का सुराख बनाया जा सके सही साइज का सुराख बनाने के लिए एक बार परीक्षण करके देख लेना चाहिये। जैसे यह कटिंग टूल घूमता है वैसे टुकड़ा कटना शुरू हो जाता है.

3.होल सॉ : होल सॉ एक प्रकार का ऐसा ट्रेपनिंग कटर है जिसका प्रयोग समान साइज के कई सुराख करने के लिए किया जाता है। यह स्थिर साइज (Fix Size) में सुराख करता है।

स्क्रैपर

स्क्रैपर एक ऐसा दस्ती कर्तन औजार है जिसका प्रयोग प्राय: फाइलिंग या मशीनिंग के बाद तैयार सतह को खुरच (Scrap) करके परिशुद्ध समतल बनाने में किया जाता है।

स्क्रैपर के प्रकार

स्क्रैपर प्राय: निम्नलिखित प्रकार के होते हैं.

  1. चपटा स्क्रैपर
  2. अर्द्धगोलाकार स्क्रैपर
  3. त्रिकोण स्क्रैपर
  4. बुल नोज स्क्रेपर
  5. हूक स्क्रैपर

आईटीआई में फिटर थ्योरी के अंतर्गत कटाई टूल्स के बारे में बताया जाता है इसी लिए आईटीआई करने वालो के लिए इस पोस्ट में types of cutting tools types of tool single point cutting tool list of cutting tools properties of cutting tool cutting tool material selection cutting tool materials ppt tools kitne prakar ke hote hain से संबधित जानकारी दी गयी है .

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