Samanya Gyan
Indian Air Force Group X and Y physics notes pdf
150 मीटर त्रिज्या तथा 0.6 घर्षण गुणांक वाले वक्राकार मार्ग को पार करते समय एक कार ड्राइवर को किस अधिकतम चाल (मीटर/सेकण्ड में) से कार को चलाना चाहिए जिससे कि वह फिसले नहीं?
• 15• 25
• 30
• 60
R त्रिज्या एवं D घनत्व वाले एक ग्रह की सतह के निकट गुरुत्वजनित त्वरण निम्न के अनुक्रमानुपाती है
• DR²• D/R²
• D/R
• Dr
ताँबे तथा जरमेनियम की पत्तियों को कमरे के ताप से 80 K तक ठण्डा किया जाता है। तो
• प्रत्येक का प्रतिरोध घटेगा• प्रत्येक का प्रतिरोध बढ़ेगा
• ताँबे का प्रतिरोध घटेगा तथा जरमेनियम का बढ़ेगा
• ताँबे का प्रतिरोध बढ़ेगा तथा जरमेनियम का घटेगा
रेडियोएक्टिव पदार्थ द्वारा उत्सर्जित Β-किरणें होती हैं
• नाभिक के चारों ओर कक्षाओं में स्थित इलेक्ट्रॉन• विद्युत चुम्बकीय तरंगे
• उदासीन कण
• नाभिक द्वारा उत्सर्जित आवेशित कण
दो बल इस प्रकार हैं कि इनके योग का परिमाण 18 N एवं इनका परिणामी (जिसका परिमाण 12 N है) कम परिमाण के बल पर लम्बवत् है। तब बलों के परिमाण है
• 10 N, 8 N• 13 N, 5N
• 12 N, 6 N
• 16 N , 2 N
एक वस्तु को ऊर्ध्वाधर ऊपर की ओर U वेग से फेंका जाता है। इसके द्वारा गति के पाँचवे एवं छटे सेकण्ड में तय की गयी दूरी का मान सामान है। प्रारम्भिक वेग U का मान है (G = 9.8 M/S2)
• 49.0 M/S• 24.5 M/S
• 73.5 M/S
• 98.0 M/S
एक भारहीन डोरी एक भारहीन तथा घर्षणहीन घिरनी से गुजरते हुए M1 एवं M2 द्रव्यमान के दो गुटकों को लटकाए (ऊर्ध्वाधरत:) हुए हैं। यदि निकाय का त्वरण G/8 है, तब द्रव्यमानों का अनुपात होगा
• 9 : 7• 5 : 3
• 8 : 1
• 4 : 3
हाइड्रोजन स्पेक्ट्रम की बामर श्रेणी में ऊर्जावान फोट्रोन की ऊर्जा है
• 13.6 EV• 1.5 EV
• 3.4 EV
• 0.85 EV
AC जनित्र में कुण्डली का प्रतिरोध R, चक्करों की संख्या N तथा प्रत्येक चक्कर का क्षेत्र सामान A है। इसे B चुम्बकीय क्षेत्र में Ω आवृत्ति से घूर्णम किया जाता है। कुण्डली में उत्पन्न वि० बा० बल का अधिकतम मान है ?
• NABR• NABRω
• NAB
• NABω
कोई ऊर्जा स्त्रोत लोड में स्थित धारा प्रवाहित करेगा यदि इसका आंतरिक प्रतिरोध
• शून्येतर परन्तु लोड के प्रतिरोध से कम हो• लोड प्रतिरोध की तुलना में बहुत अधिक हो
• लोड के प्रतिरोध के बराबर हो
• शुन्य हो
सामान त्रिज्याओं के दो गोलाकार चालकों B एवं C पर आवेश की मात्रा सामान है तथा उन्हें एक दूसरे से कुछ दूर रखने पर उनके बीच लगने वाला प्रतिकर्षण बल F है। उतनी ही त्रिज्या वाले एक अन्य अनावेशित चालक का संपर्क पहले B से कराते हैं और फिर C से संपर्क कराकर उसे हटा दिया जाता है। B तथा C के बीच लगने वाला बल अब कितना होगा ?
• 3F/4• 3F/8
• F/4
• F/8
दो सेलों जिसमें प्रत्येक का वि० वा० बल E तथा आन्तरिक प्रतिरोध R है को प्रतिरोध R के सिरों के बीच समान्तर क्रम में जोड़ा गया है प्रतिरोध को दी गयी शक्ति अधिकतम है, यदि
• R=R• R=R/2
• R=O
• R=2r
Β+ उत्सर्जन और तत्पश्चात गामा-उत्सर्जन द्वारा एक नाभिक का क्षय होता है। यदि जनक का परमाणु क्रमांक तथा द्रव्यमान संख्या Z तथा A हो तब पुत्री नाभिक का परमाणु क्रमांक तथा द्रव्यमान संख्या क्रमशः निम्न होगी –
• Z – 1 तथा A• Z + 1 तथा A – 1
• Z – 1 तथा A – 1
• Z + 1 तथा A
जब कोई वस्तु वृत्ताकार मार्ग में गति करती है, तब लगने वाले बल द्वारा कोई कार्य नहीं किया जाता है, क्योंकि
• बल तथा विस्थापन परस्पर लम्बवत होते हैं• वस्तु का विस्थापन शून्य है
• कोई परिणामी बल विद्यमान नहीं है
• बल हमेशा केन्द्र से दूर की ओर लगता है
एक आवेश चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् वृत्तीय पथ में गति करता है। परिक्रमण का आवर्तकाल निर्भर नहीं होता
• आवेश पर• कण के वेग पर
• चुम्बकीय क्षेत्र पर
• कण के द्रव्यमान पर
समय T विस्तापन X में सम्बन्ध निम्न सूत्र द्वारा व्यक्त किया गया है T = Αx2 + Βx, यहाँ Α व Β स्थिरांक है इसमें अवमंदन होगा
• 2βv3• 2αv3
• 2β2v3
• 2αβv3
गैलिलियों के नियम अनुसार, यदि किसी पिण्ड को कोण (45°+ Θ) तथा (45°- Θ) पर प्रक्षेपित किया जाये, तो इसके द्वारा तय की गयी क्षैतिज परासों का अनुपात होगा (यदि Θ ≤ 45°)
• 2 : 3• 2 : 1
• 1 : 2
• 1 : 1
एक पैराशूटधारी कूदने के पश्चात् 50m बिना घर्षण (प्रतिरोध) के गिरता है। जब पैराशूट खुलता है तो यह 2 M/S2 से अवमंदित होता है। यदि वह पृथ्वी तल पर 3 M/S के वेग से पहुंचता है, तो वह कितनी ऊँचाई से कूदा था ?
• 91 M• 111 M
• 293 M
• 182 M
40 किमी/घंटा की चाल से गति करती हुई एक कार को ब्रेक लगाकर कम से कम दो मीटर की दूरी में रोका जा सकता है यदि वही कार 80 मी/घंटा की चाल से गति कर रही हो तो वह न्यूनतम दूरी लय होगी जिसमे उसे रोका जा सके ?
• 2 M• 4 M
• 6 M
• 8 M
किसी भौतिक राशि को मापकर इसे Nu द्वारा व्यक्त किया जाता है जहाँ N संख्यात्मक मान तथा U मात्रक है। सही सम्बन्ध होगा ?
• N ∝ U• N ∝ U2
• N ∝ √U
• N ∝ 1/U
वायु से काँच में जाते हुए प्रकाश के परावर्तन में यदि परावर्तित प्रकाश पूर्णतः ध्रुवित है तो आपतन कोण का मान होगा
• Sin-1 (1/N )• Sin-1 (N)
• Tan-1 (1/N )
• Tan-1 (N)
आन्तरिक व्यास 8 × 10-3 M के नल से जल निरन्तर प्रवाहित हो रहा है। नल से निकलते समय जल का वेग 0.4 Ms-1 है। जल धारा का नल से 2 × 10-1 M नीचे व्यास होगा
• 7.5 × 10-3 M• 5.0 × 10-3 M
• 9.6 × 10-3 M
• 3.6 × 10-3 M
टेलीफोन तारों में प्रवाहित ऊर्जा है :
• यांत्रिक ऊर्जा• ध्वनि ऊर्जा
• रेडियो ऊर्जा
• विद्युत ऊर्जा
100°C पर स्थित पानी में जलने की तुलना में, 100°C की भाप से जलना
• कम खतरनाक है• अधिक खतरनाक है
• समान खतरनाक है
• इनमें से कोई नहीं
प्रारम्भ में विराम स्थिति से दो कण A व B एक-दुसरे की तरफ, परस्पर आकर्षण बल के कारण गति करते हैं। जब A की चाल V तथा B की चाल 2v है, उस क्षण निकाय के द्रव्यमान केन्द्र की चाल है
• V• 3v
• 1.5v
• शून्य
निम्नलिखित में से सर्वाधिक प्रत्यास्थ पदार्थ है ?
• रबर• कांच
• क्वार्टज
• स्टील
एक 50 Kg वजन की गाडी 10 M/S की त्वरण के साथ गतिशील है, इसके द्वारा उत्प्रेरित बल का मान होगा –
• 490 न्यूटन• 50 न्यूटन
• 500 न्यूटन
• 50 कि न्यूटन
sir solution bhi de dijiye …..please
sir solution bhi de dijiye …..please