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रंगांधता किसे कहते हैं ?

रंगांधता किसे कहते हैं ?

जो लोग ठीक प्रकार से देख तो पाते हैं पर रंगों की ठीक पहचान नहीं कर सकते उन्हें रंगाधता का रोगी कहा जाता है.रेटिना पर बड़ी संख्या में दंड (Rods) और शंकु (Cones) होते हैं जो प्रकाश संवेदी होते हैं। दंड (Rods) रंगों को नहीं पहचानते पर शंकु (Cones) रंगों के प्रति संवेदनशील होते हैं। जैसे ही उन पर प्रकाश पड़ता है वे रंगों के प्रति आग्रह को संभव बना देते हैं। ये लाल, हरे और नीले रंग के प्रति विशेष रूप से सुग्राही होते हैं। अनेक लोग जैविक कारणों से रंग नहीं भी पहचान पाते। इसे रंगांधता कहते हैं. इस दोष को दूर नहीं किया जा सकता।

मानव आँख के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी

प्रश्न . किसी अंधेरे कमरे में प्रविष्ट करते ही हमें कुछ देर कुछ भी दिखायी नहीं देता और अंधेरे में देर त रहने के बाद अचानक तेज़ प्रकाश में भी हमारी आंखें कुछ देर देख नहीं पातीं। क्यों ? ।
उत्तर– कार्निया के पीछे आइरिस (Iris) होती है जो पुतली के आकार को नियंत्रित करती है। इसके द्वारा , में जाने वाले प्रकाश की तीव्रता पर नियंत्रण रखा जाता है। जब हम किसी अंधेरे कमरे में प्रविष्ट होते हैं तो रेटिना पर वाले बिंब के लिए अधिक प्रकाश की आवश्यकता होती है। इसे भीतर प्रकाश भेजने के लिए कुछ फैलना पड़ता है जि लिए कुछ समय लगता है उस समय हमें दिखायी नहीं देता। इसी प्रकार अंधेरे में बैठे रहने से पुतलियाँ फैल जाती हैं तो अधिक प्रकाश भीतर जा सके। अचानक तेज़ प्रकाश आ जाने की स्थिति में इसे सिकुड़ने में समय लगता है।

प्रश्न . दृष्टि पटल (Retina) का कार्य लिखिए।
उत्तर- नेत्र के उचित कार्य के लिए दृष्टि पटल (Retina) अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। ये नेत्र गोलक का भीतरी पट है जिसका रूप अत्यंत कोमल झिल्ली के समान होता है। इस पर असंख्य प्रकाश संवेदी कोशिकाएं होती हैं। इस पर दंडे और शंकु जैसी रचनाएं होती हैं जो प्रकाश और रंगों के प्रति संवेदनशील होती हैं। यही प्रकाश की संवेदना को संकेतों के रूप में मस्तिष्क तक दृष्टि तंत्रिका के माध्यम से भेजती हैं जिससे हमें दिखाई देता है।

प्रश्न. वृद्ध लोगों को पढ़ने के लिए प्रायः चश्मा लगाना पड़ता है। क्यों ?
उत्तर- लगभग साठ वर्ष की आयु में दृष्टि का निकट बिंदु 200 सेमी० हो जाता है जो युवावस्था सामान्य दृष्टि रखने वालों में 25 सेमी० होता है। ऐसा होने से पढ़ने में कठिनाई होती है और उत्तल लैंस का चश्मा लगाना पड़ता है।

प्रश्न . सिनेमा की रील में सभी लोग स्वाभाविक रूप से हिलते-डुलते क्यों दिखाई देते हैं जबकि वास्तव में वे स्थिर ही होते हैं।
उत्तर- मनुष्य की आँख में गुण है कि रेटिना पर बने बिंब की संवेदना एक सैकिंड के सोलहवें भाग तक बनी रहती है। यदि इस वेग से जल्दी एक-सी तस्वीरें आँख के सामने से गुजारी जाएँ तो वे चलती फिरती और सहज रूप से गति करती प्रतीत होती हैं। सिनेमा की रील फिल्म में एक सैकिंड में 24 या इससे अधिक तस्वीरें ली जाती हैं और जब उन्हें आँख के सामने से गुजारते हैं तो वे चलती-फिरती दिखायी देती हैं।

प्रश्न  . मानव नेत्र की तुलना किससे की जाती है ?
उत्तर- कैमरे से।
प्रश्न  . आँख में कॉर्निया क्या है ?
उत्तर- कॉर्निया एक पतली पारदर्शी झिल्ली है जो नेत्र गोलक के अग्र पृष्ठ पर एक पारदर्शी उभार बनाती है।
प्रश्न  . नेत्र गोलक की आकृति कैसी होती है ?
उत्तर- लगभग गोलाकार।
प्रश्न  . नेत्र गोलक का व्यास कितना होता है ?
उत्तर- लगभग 2.3 cm.

प्रश्न . नेत्र में प्रवेश करने वाली प्रकाश किरणों का अधिकतर अपवर्तन कहां होता है ?
अथवा
मानव नेत्र का कौन-सा भाग नेत्र में प्रवेश करने वाले प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करता है?
उत्तर- कॉर्निया के बाहरी पृष्ठ पर।
प्रश्न . क्रिस्टलीय लैंस क्या करता है ?
उत्तर- विभिन्न दूरियों पर रखी वस्तुओं को रेटिना पर फोकसित करने के लिए आवश्यक दूरी में सूक्ष्म समायोजन करता है।
प्रश्न  . परितारिका कहाँ होती है ?
उत्तर- कॉर्निया के पीछे।
प्रश्न  . परितारिका क्या कार्य करती है ?
उत्तर- परितारिका गहरा पेशीय डायाफ्राम होता है जो पुतली के आकार को नियंत्रित करता है।

प्रश्न  . पुतली क्या करती है ?
उत्तर- पुतली नेत्र में प्रवेश करने वाले प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करती है।
प्रश्न  . रेटिना पर वस्तु का प्रतिबिंब कैसा बनता है ?
उत्तर- उल्टा और वास्तविक।
प्रश्न  . रेटिना पर प्रकाश सुग्राही कोशिकाएँ क्या उत्पन्न करती हैं ?
उत्तर- विद्युत् सिग्नल उत्पन्न करती हैं
प्रश्न  . अभिनेत्र लैंस की वक्रता को किसके द्वारा रूपांतरित किया जाता है ?
उत्तर- पक्ष्माभी पेशियों द्वारा।
प्रश्न  . लैंस की वक्रता में परिवर्तन से किसमें परिवर्तन हो जाता है ?
उत्तर- फोकस दूरी में।

इस पोस्ट में आपको हमारी आँख रंगों की पहचान किस प्रकार करती है ? हम रंगों को कैसे पहचानते हैं? मानव नेत्र तथा रंगबिरंगा संसार नेत्र लेंस हम अपनी आंखों के साथ रंग कैसे देखते हैं आंख विभिन्न तरंग दैर्ध्य को कैसे समझता है आंख का कौन सा हिस्सा रंग देखता है how do we see color with our eyes how do we see colour ks2 how do we see with our eyes how do we see color physics what part of the eye sees color how do we see light how do we see black how does the eye perceive different wavelengths मानव नेत्र के महत्वपूर्ण भाग से संबंधित काफी महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर दिए गए है .अगर यह प्रश्न उत्तर पसंद आए तो दूसरों को शेयर करना ना भूलें अगर इसके बारे में आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट करके जरूर बताएं.

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