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डेटाबेस क्या है Database के प्रकार

डेटाबेस क्या है Database के प्रकार

Database in hindi : पहले हम अपने आवश्यक कागज पत्रों को अपने घर की अलमारी या मेज की दराज आदि में कर्म वाइज रखते थे जिसे आवश्यकता पड़ने पर हम ढूढ़ते है. और कई बार कुछ आवश्यक कागज पत्थर को हम ऐसी जगह पर रख देते हैं. जिसका रखते वक्त तो हमें पता होता है .लेकिन जब हमें आवश्यकता होती है. तब उसे ढूंढ पाना मुश्किल होता है. लेकिन आज के समय में ऐसा नहीं है आज के समय में हम अपने सभी आवश्यक कागजों को अपने कंप्यूटर या इन्टरनेट में स्टोर कर लेते हैं जिसे हम Data कहते है इस Data को हम कर्म वाइज रखते है. जिससे हमें आवश्यकता पड़ने पर आसानी से मिल जाते हैं और इसी को Database कहते है अगर आपने कंप्यूटर के बारे में कुछ भी पड़ा है. तो आपको डेटाबेस का नाम जरुर सूना होगा जहां पर डाटा को सही और सुरक्षित रखा जाता है.

Database क्या है?

Database जानकारियों का संग्रहालय है .जहां पर संबंधित जानकारियों का संकलन करके रखा जाता है इसे अगर हम किताबी भाषा में बताएं तो “Database is a Collection of Related Data Or Information That is Stored in a Computer System” डाटा किसी भी जानकारी का एक छोटा सा हिस्सा होता है. यह किसी व्यक्ति वस्तु यह स्थान से जुड़ा होता है जैसे नाम, ओम, ऊँचाईं, वजन, मोबाइल नंबर, घर का पता, व्यवसाय आदि ये सब किसी व्यक्ति से जुड़े हुए कुछ डेटा है डाटा अलग-अलग प्रकार के कई रूप में हो सकते हैं जैसे Text, Numeric Alphanumeric, Image, File, Graph आदि जब इस डेटा को एक साथ ऑर्गेनाइज किया जाता है तो वह इंफॉर्मेशन बन जाता है. और इंफॉर्मेशन के समूह से डेटाबेस बनता है.

डेटाबेस में डेटा और इंफॉर्मेशन को ऑर्गेनाइज करके रखा जाता है जिसमें जरूरत पड़ने पर इंफॉर्मेशन को आसानी से एक्सेस, मैनेज और अपडेट किया जाता है साथ ही साथ ही ये डेटा शेयरिंग और सुरक्षा का नियंत्रण का भी ध्यान रखता है .इंफॉर्मेशन को स्टोर करने के लिए कुछ सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता है जैसे – MS Excel इस सॉफ्टवेयर में सारे डेटा को इनपुट करने के बाद कंप्यूटर के हार्ड डिस्क में स्टोर किया जाता है MS Excel डेटा स्टोर करने के लिए एक टेबल का उपयोग करते हैं जिसे हम अलग-अलग कई सारे column और Row में बांट देते हैं ताकि हम आसानी से इसमें डेटा डाल सके और आवश्यकता पड़ने पर इसे प्राप्त कर सके और बदलाव कर सके ठीक इसी तरह डेटाबेस में भी डेटा को एक टेबल में स्टोर किया जाता है.

जिनमें कई सारे column और Rows होते है जिनकी वजह से उन्हें एक्सेस करना आसान हो जाता है एक डांटा के अंदर ऐसे कई सारे टेबलस हो सकते हैं इंटरनेट पर कई सारी वेबसाइटस है जो डेटाबेस का उपयोग करती है जैसे फेसबुक इसमें यूजर के बारे में कई सारे डेटा जैसे कि उसका नाम मोबाइल नंबर,प्रोफाइल पिक्चर,फ्रेंड्स,मैसेसेज, पोस्ट, स्टेटस आदि सभी जानकारी सर्वर में उपस्थित डेटाबेस में ही स्टोर रहते है अगर हम अपने फेसबुक अकाउंट में से एक प्रश्न के बारे में जानकारी पाने के लिए सर्च करते है तब फेसबुक के डेटाबेस से हमे उस प्रश्न की सारी जानकारी मिल जाती है.

इसी तरह कई बड़ी – बड़ी Government, Private, Personal ऐसी वेबसाइट है जो डेटाबेस का इस्तेमाल करते हैं आजकल ऑनलाइन बैंकिंग, एटीएम, ऑनलाइन टिकट रिजर्वेशन जैसी सुविधा में डेटाबेस का खास योगदान होता है इनके तहत सारी जानकारियां डेटाबेस में स्टोर रहती है जिन्हें अपनी सुविधा अनुसार एक्सेस किया जाता है जैसे कि आपके बैंक अकाउंट को आप कहीं भी हो अपने मोबाइल से या कंप्यूटर की मदद से उसे एक्सेस कर आप आवश्यक सूचनाएं प्राप्त कर सकते हैं .

Database के मुख्य Elements

किसी भी डेटाबेस के मुख्य तीन एलिमेंट्स होते हैं –

  1. Field (क्षेत्र)
  2. Record (अभिलेख)
  3. Table (सूची)

उदाहरण के लिए हम एक स्कूल के बच्चों के लिए टेबल बनाएंगे जिसमें अलग-अलग क्लास के बच्चों के नाम विषय और अंको का डाटा रहेगा

S.No Name Class Subject Marks
1 Rahul 10 Math 80
2 Anu 10 English 65
3 Meera 11 Biology 75
4 Rohan 11 Chemistry 60
5 Jyoti 12 Hindi 85

1.Field (क्षेत्र)

किसी डेटाबेस के कॉलम को फील्ड कहा जाता है जैसे ऊपर दिए गए टेबल में जो कोल्लम है जैसे – S.No, Name, Class, Subject, Marks इन सब को फील्ड कहते हैं

2.Record (अभिलेख)

किसी टेबल के Rows को हम (Record) रिकॉर्ड कहते हैं जैसे स्टूडेंट टेबल में 1,2,3,4,5 Records दिए गए हैं जिनमें विद्यार्थी का नाम, क्लास, सब्जेक्ट और मार्क्स का डेटा भरा हुआ है इन्हें Records कहते हैं

3.Table (सूची)

Field, Record और Table से मिलकर ही कंप्यूटर Table बनता है जिसे Table कहते हैं इस टेबल में कई अलग-अलग लेकिन एक दूसरे से मिलते – जुलते डेटा एन्टर किये जाते है

Database Management System क्या है?

Database Management System जिसे हम DBMS भी कहते है यह एक सॉफ्टवेयर है जिसके जरिए यूजर डाटा बेस को Create, Define, Maintain और Control करता है DBMS एक उदाहरण है MySQL,Microsoft Office Access, ORACLE, Visual FoxPro 9, DB2, DBMS का इस्तेमाल आमतौर पर Database को Maintain करने के लिए किया जाता है मतलब आप डेटा को Database में Insert, Edit, Delete, Access और Update कर सकते है उदाहरण के लिए जैसे आपने एक Database बनाया Student Table अब इसमें आपको स्कूल Students के डिटेल को ad करना है तो आप Insert के ज़रिये ad कर सकते है अगर अनजाने में आपने डेटा गलत कर दिया है तो आपको Student Table में सुधार करना होगा तो ये आप Edit ज़रिये कर सकते है तो इसी तरह से आप फीचर इस्तेमाल कर सकते है और अपनी गलतियों को सुधार सकते है

Database के प्रकार

  1. Hierarchical Model
  2. Network Model
  3. Relational Model
  4. Hierarchical Model

इस प्रकार के Database में Data Table के साथ पेड़ की संरचना व्यवस्थित किया जाता है इस मॉडल में रिकॉर्ड को आपस में जोड़ने के लिए पेड़ की संरचना का पालन किया जाता है यहां पर संबंध को Child Or Parents (बच्चे और मां-बाप) के रूप में दिखाया जाता है उदाहरण के लिए एक कॉलेज में बहुत सारे पाठ्यक्रम, विद्यार्थी, प्रोफेसर होते हैं तो कॉलेज एक Parents हुआ और प्रोफेसरस और विद्यार्थी उसके Child (बच्चे) हुए.

Network Model

इस प्रकार के Database में डाटा को रिकॉर्ड ग्रुप में दर्शाया जाता है और डेटा के बीच संबंध लिंक के रूप में दर्शाया जाता है .और यह मॉडल काफी पावरफुल है लेकिन उलझा हुआ भी है क्योंकि इसमें बहुत सारे नोट्स और टेबल लिंक होकर रहती हैं.

Relational Model

यह मॉडल पावरफुल और सिंपल है इस मॉडल की बनावट टेबल जैसे ही होती है टेबल को डेटाबेस की भाषा मे रिलेशन कहते हैं .इसलिए इसका नाम भी Relational Model है यह टेबल जैसा होता है इसलिए इसमें Rows और Columnहोते है. इस मॉडल में यूनिक फील्ड को की (Key) कहते हैं और इन Keys जरिये टेबलस को आपस में कनेक्ट किया जाता है जैसे एक स्टूडेंट टेबल में रोल नंबर प्राइमरी की (Key) होती है इसमें डेटा को खोजना बहुत ही आसान होता है.

Redundancy किसे कहते है

एक ही तरह के डाटा का बहुत सारी जगह Duplication को हम Data Redundancy कहते हैं यानी की जिस डाटा को एक से अधिक बार दिया गया हो उसे डेटाबेस से हटा दिया जाता है

Database के फायदे

  1. Database के जरिए हम कम जगह में भी ज्यादा डाटा स्टोर कर सकते हैं
  2. किसी भी जानकारी को आसानी से Access किया जा सकता है
  3. नए डेटा को Insert करना पुराने डाटा को Edit करना और Delete करना आसान हो जाता है
  4. डाटा को अलग-अलग प्रकार से Sort किया जा सकता है
  5. एक ही Database को कई सारे Users एक साथ Access कर सकते हैं
  6. पेपर फाइल की तुलना में अधिक Security प्रदान करता है क्योंकि यहां बिना इजाजत के कोई भी Database को Access नहीं कर सकता
  7. Redundancy को कम करता है
  8. Backup और Recovery जैसी सुविधाएं प्रदान करता है Database Failure जैसी समस्याएं कभी भी हो सकती है ऐसे समय में यदि डाटा को Recover नहीं किया गया तो बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है इसलिए DBMS Software backup और Recovery की सुविधा देता है

Database कहां कहां उपयोग होता है

Database का उपयोग अब हर जगह होता है या यूं कहें कि Database के बिना इंटरनेट कुछ भी नहीं है डेटाबेस का उपयोग बैंकिंग, रेलवे रिजर्वेशन सिस्टम, एयरलाइन, लाइब्रेरी मैनेजमेंट सिस्टम, स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, सोशल मीडिया साइट्स, जैसे फेसबुक ट्विटर, ऑनलाइन शॉपिंग साइट जैसे अमेजॉन फ्लिपकार्ट स्नैपडील, मिलिट्री, गवर्नमेंट ऑर्गेनाइजेशन आदि.

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