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कंप्यूटर कीबोर्ड की पूरी जानकारी

कंप्यूटर कीबोर्ड की पूरी जानकारी

की-बोर्ड कम्प्यूटर सिस्टम का प्राइमरी उपकरण है। इसके द्वारा टेक्स्ट डेटा इनपुट किया जाता है। इसे सीपीयू में मौजूद की-बोर्ड पोर्ट से जोड़ा जाता है। इस समय की-बोर्ड को कम्प्यूटर से जोड़ने के लिये PS/2 और USB पोर्ट को प्रयोग किया जा रहा है। इस वायरलेस तकनीक का प्रयोग भी की-बोर्ड के लिये हो रहा है। आज ब्लुटुथ और इन्फ्रारेड तकनीक से भी कीबोर्ड को कम्प्यूटर से जोड़ सकते हैं। इस समय मल्टीमीडिया तकनीक कम्प्यूटर का एक प्रमुख भाग है। इस तकनीक ने जहां मॉनीटर और अन्य उपकरणों में परिवर्तन किया है वहीं की-बोर्ड भी इससे अछूता नहीं है।

कंप्यूटर कीबोर्ड की पूरी जानकारी

मल्टीमीडिया से जुड़े कार्यों को आसानी से किया जा सके इसके लिये की-बोर्ड में अनेक Keys को जोड़ा गया है। इसकी वजह से की-बोर्ड के आकार और रूप-रेखा में भी परिवर्तन हुआ है। कम्प्यूटर की आवाज को कंट्रोल करने के लिये Keys को जोड़ा गया है और ऐसी फंक्शन Keys को भी जोड़ा गया है जो अपने आप में कमांड का कार्य करती हैं। इन Keys को अलग-अलग सॉफ्टवेयरों के अनुसार अलग-अलग कार्यों के लिये प्रयोग किया जाता है। उदाहरण के लिये F12 फंक्शन की एक सॉफ्टवेयर में अलग काम करेगी तो दूसरे में अलग। इसी तरह वाइ-फाइ से जुड़ने के लिये कुछ विशेष की-कॉम्बीनेशन भी होते हैं।

इनका एक बार प्रयोग करने से आप वाइ-फाइ नेटवर्क से जुड़े जायेंगे और दूसरी बार प्रयोग करने से डिस्कनेक्ट हो जायेंगे। मॉनीटर की चमक को कम या ज्यादा करने के लिये भी ऐसी ही Keys को प्रयोग किया जा सकता है। इस तरह की Keys डेस्कटॉप कम्प्यूटर की अपेक्षा लैपटॉप कम्प्यूटर में ज्यादा होती हैं। चूंकि इस समय अपने देश में ऑपरेटिंग सिस्टम के रूप में विंडोज़ को प्रमुखता से प्रयोग किया जा रहा है इसलिये विंडोज़ को सरलता से संचालित करने के लिये भी कुछ स्पेशल Keys को जोड़ा गया है। इनकी सहायता से आप विंडोज़ के स्टार्ट बटन मीनू को एक की दबाकर सामने ला सकते हैं। हैल्प सुविधा को खोल सकते हैं इत्यादि।

एंटर Key

इस की को की-बोर्ड की मुख्य की कह सकते हैं। जब भी आप की-बोर्ड से कोई सूचना या निर्देश टाइप करते हैं तो वह कम्प्यूटर में इनपुट नहीं होगा जब तक आप इस की को नहीं दबायेंगे। इस की को एंटर की के अलावा रिटर्न की भी कहा जाता है। यदि आपके कम्प्यूटर में किसी कारण से यह की खराब हो गयी है तो आप इसके स्थान. पर कंट्रोल की के साथ M की को दबायें।

स्पेसबार

इस की को दबाकर दो अक्षरों या दो शब्दों के बीच खाली स्थान या स्पेस को छोड़ा जाता है। यह लम्बाई में सबसे बड़ी की होती है। इसे एक बार दबाने से एक अक्षर का स्पेस बनता है।

शिफ्ट Keys

यह संख्या में दो होती हैं। इन्हें दबाकर आप कैपिटल लेटर को स्माल लेटर में या फिर स्माल लेटर को कैपिटल लेटर में टाइप कर सकते हैं। . इसके अलावा 0 से लेकर 9 तक की Keys के संदर्भ में भी शिफ्ट की को प्रयोग किया जाता है। इन न्यूमेरिक की के साथ बने अक्षरों या प्रतीक चिन्हों को शिफ्ट की दबाकर ही टाइप किया जा सकता है।

फंक्शन Keys

वर्तमान समय में प्रयोग होने वाले प्रत्येक की बोर्ड में इनकी संख्या F1 से लेकर F12 तक होती है। यह संख्या मल्टीमीडिया की-बोर्ड में और अधिक भी हो सकती है। इनका प्रयोग विंडोज़ की हैल्प को सामने लाने के लिये भी कर सकते हैं।

कंट्रोल Key

इस की का प्रयोग कम्प्यूटर को कमांड या निर्देश देने के लिये किया जाता है। इसके साथ किसी एक Keys को और प्रयोग करते हैं। उदाहरण के लिये विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम में जब स्लेक्ट किये टेक्स्ट या ऑब्जेक्ट को कॉपी करना  होता है तो कंट्रोल की के साथ C की को दबाकर उसे मेमोरी . या क्लिपबोर्ड में कॉपी करते हैं।

पेज अप/पेज डाउन Keys

इन Keys का प्रयोग ज्यादातर वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयरों में ऊपर वाले पेज पर जाने और नीचे वाले पेज पर आने के लिये किया जाता है।

होम/एंड Keys

इन Keys का प्रयोग पेज में सबसे ऊपर और सबसे नीचे जाने के लिये करते हैं। होम की दबाने से कर्सर पेज की पहली पंक्ति के पहले कॉलम पर पहुँच जाता है और एंड की से कर्सर अंतिम रो के अंतिम कॉलम पर पहुँच जाता है।

इंसर्ट/डिलीट Keys

इंसर्ट की को दबाकर आप दो अक्षरों के बीच नया अक्षर लिन सकते हैं। विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम में यदि आपने क्लिपबोर्ड में कुछ कॉपी कर रखा है तो इंसर्ट दबाने से वह खुले हुई फाइल में पेस्ट हो जायेगा। डिलीट की दबाने से वह अक्षर डिलीट हो जायेगा जिस पर कर्सर है। विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम में डिलीट की को दबाने से वह
फाइल डिलीट हो जायेगी जिसे आपने स्लेक्ट किया हुआ है।

एरो Keys

की-बोर्ड में इनकी संख्या चार होती है। इनसे आप कर्सर को चारों दिशाओं में ले जा सकते हैं।

ऑल्ट Keys

की-बोर्ड में इनकी संख्या दो होती है। इनका प्रयोग सामान्य Keys के साथ वैक्लपिक अक्षरों को टाइप करने के लिये किया जाता है। वास्तव में यह Keys ASCII अक्षरों को हमारे लाती हैं। इसका प्रयोग करके सिम्बल्स को टाइप किया जा सकता है।

स्केप (Esc) Key

इस की का प्रयोग किसी भी कमांड के क्रियान्वयन को बीच में रोकने के लिये किया जाता है।

टैब Key

इस की को प्रयोग कर्सर को एक साथ पाँच स्थान आगे बढ़ाने के लिये करते हैं। यदि इसे शिफ्ट की के साथ दबायेंगे तो कर्सर पाँच स्थान वापस आयेगा।

कैप्स लॉक/नम लॉक Keys

कैप्स लॉक की का प्रयोग करके आप अक्षरों का मोड कैपिटल लेटरर्स या स्मॉल लेटरर्स में किया जाता है।

नम लॉक

नम लॉक की का प्रयोग की-बोर्ड में दाहिनी ओर बने न्यूमेरिक की पैड को प्रयोग करने के लिये किया जाता है। यह टॉगल की होती है।

प्रिंट स्क्रीन Key

इस की का प्रयोग आप स्क्रीन पर दिखाई दे. रहे तत्वों को फोटो के रूप में प्रिंट करने के लिये कर सकते हैं। विंडोज़ में इस की को दबाने पर स्क्रीन की इमेज क्लिपबोर्ड में कॉपी होती है, जहाँ से आप इसे किसी भी वर्ड प्रोसेसिंग या इमेज एडीटिंग प्रोग्राम में खुली हुई फाइल में पेस्ट करके प्रयोग कर सकते हैं और प्रिंट भी कर सकते हैं।

पॉज या ब्रेक Key

इस की का प्रयोग करके आप स्क्रीन पर स्क्रॉल हो रहे टेक्स्ट को बीच में रोक सकते हैं। यह टॉगल की होती है।

बैक स्पेस Key

इस की का प्रयोग आप कर्सर को पीछे लाने के लिये कर सकते हैं। लेकिन यदि पीछे कछ टेक्स्ट लिखा है तो
वह इस की को दबाने से डिलीट हो जायेगा।

विंडो Key

वर्तमान में प्रयोग किये जा रहे की-बोर्ड में दो Keys ऐसी होती हैं जिन पर विंडोज़ का निशान होता है। इसे दबाने से विंडोज़ का स्टार्ट बटन मीनू खुलकर सामने आता है।

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