रामायण के काण्ड (अध्याय ) ट्रिक से याद करे

रामायण के काण्ड (अध्याय ) ट्रिक से याद करे

आज हम आपको जो GK Tricks बताने जा रहे हैं  वह आपके लिए भविष्य में होने वाले टेस्ट या एग्जाम कि तैयारी में लाभदायक साबित होंगे शोर्ट ट्रिक के द्वारा याद किया गया प्रश्न अच्छे से याद हो जाता है इसीलिए उच्च स्तरीय परीक्षाओ में या कम्पीटीशन परीक्षा कि तैयारी में शोर्ट ट्रिक का अहम योगदान रहता है

तो दोस्तों आज कि हमारी इस पोस्ट में हम आपको जो शोर्ट ट्रिक्स बताने जा रहे है उसके माध्यम से आप रामायण के अध्यायों को बिल्कुल आसानी से याद रख पाऐंगे ! हो सकता है कि इसके बारे में कभी Exams में Question आये या न आये लेकिन फिर भी दोस्तो ये जानकारी आपको अपने वास्तविक जीवन में कभी न कभी जरूर काम आयेगी !
आदिकवि वाल्मीकि के द्वारा श्लोकबद्ध भगवान श्रीराम की कथा को रामायण कहा जाता है, इसमें 7 अध्याय है जिन्हें रामायण के 7 काण्ड कहा जाता है ! एक आसान सी ट्रिक के माध्यम से आप इनके नाम आसानी से याद रख सकते है !

रामायण के काण्ड (अध्याय ) ट्रिक से याद करे

ट्रिकी वर्ड          काण्ड

सुंदर                                 सुंदर काण्ड
बालक                                 बाल काण्ड
अयोध्या                              अयोध्या काण्ड
उत्तर                                  उत्तर काण्ड
अरण्य                              अरण्य काण्ड
युद्ध                                   युद्ध काण्ड (लंका काण्ड)
की                                  किष्किन्धा काण्ड
सुंदर बालक अयोध्या के उत्तर में अरण्य युद्ध की तैयारी कर रहा है ! 

Note – अरण्य का मतलब भीषण होता है
तो आप अब इस प्रकार से रामायण के सभी काण्ड इस एक लाइन को याद करके कर सकते है
तो दोस्तो उम्मीद है कि शोर्ट ट्रिक्स के माध्यम से आपको इन सभी रामायण के अध्यायों के नाम आसानी से याद हो गये होंगे , आप इन्हें नहीं भूलेंगे !

हिन्दू कालगणना के अनुसार रचनात्मक

रामायण का समय त्रेतायुग का मान जाता है। भारतीय कालगणना के समय समय चार युगों में बाँटा गया है- सतयुग, त्रेतायुग, द्वापर युग अव कलियुग। एक कलियुग 4,32,000 साल का, द्वापर 8,64,000 साल का, त्रेता युग 12, 9 6,000 साल का और सतयुग 17,28,000 साल का होता है। इस गणना के अनुसार रामायण का समय न्यूनतम 8,70,000 साल (वर्तमान कलियुग के 5,118 साल + बीट द्वापर युग के 8,64,000 साल) सिद्ध होता है।

राम कथा:-

सनातन धर्म के धार्मिक लेखक तुलसीदास जी के अनुसार सर्वप्रथम श्री राम की कथा भगवान श्री शंकर ने माता पार्वती जी को सुनाई थी। जहां पर भगवान शंकर पार्वती जी को भगवान श्री राम की कथा सुन रही थी वहां कागा (कौवा) का एक घोंसला था और उसके भीतर बैठा कागा भी उस कथा को सुन रहा था। कथा पूर्ण होने के पहले ही माता पार्वती को नींद आ गया पर उस पक्षी ने पूर्ण कथा सुन ली। उसी पक्षी का पुनर्जन्म काकभुशुंडी के रूप में हुआ। काकभु देन्दी जी ने यह कहा गरुड़ जी को सुनाई। भगवान श्री शंकर के मुख से निकली श्रीराम की यह पवित्र कथा अध्यात्म रामायण के नाम से प्रख्यात है। अध्यात्म रामायण को ही विश्व का सर्वप्रथम रामायण मान जाता है।

हृदय परिवर्तन हो जाने का कारण एक दस्यु से ऋषि बन जाना और ज्ञान प्राप्ति के बाद वाल्मीकि ने भगवान श्री राम के समान वृतान्त को फिर श्लोकित किया। महर्षि वाल्मीकि के द्वारा श्लोकोलन भगवान श्री राम की कथा को वाल्मीकि रामायण के नाम से जाना जाता है। वाल्मीकि को आदिकवि कहा जाता है और वाल्मीकि रामायण को आदि रामायण के नाम से भी जाना जाता है।
देश में विदेशियों की सत्ता हो जाने के बाद संस्कृत का ह्रास हो गया और भारतीय लोग उचित ज्ञान के अभाव और विदेशी शक्ति के प्रभाव के कारण स्वयं ही मछली को भूलने लगते हैं। ऐसी स्थिति को अतिन्त विकट जानकर जनजागरण के लिए महाज्ञानी सन्त श्री तुलसीदास जी ने एक बार फिर से भगवान श्री राम की पवित्र कथा को देशी भाषा में लिपिबद्ध किया। संत तुलसीदास जी ने स्वयं द्वारा लिखित भगवान श्री राम की कण्यकारी कथा से परिपूर्ण इस ग्रंथ का नाम रामचरितमानस स्थान। सामान्य रूप से रामचरितमानस को तुलसी रामायण के नाम से जाना जाता है।

कालन्तर में भगवान श्री राम की कथा को कई विद्वानों ने अपने स्वयं के ज्ञान, ज्ञान और मतभेद कई बार लिखा है। इस तरह से अनेक रामायणों की रचनाएं हुई हैं।

इस पोस्ट में आपको रामचरितमानस के काण्ड रामचरितमानस में कितने काण्ड हैं रामायण में कितने श्लोक है पुरस्कार याद करने की ट्रिक हिस्ट्री ट्रिक gk trick by rmu हिस्ट्री शार्ट ट्रिक से संबंधित फ्री ऑनलाइन टेस्ट दिया गया है. यहां पर दिए गए महत्वपूर्ण Questions पहले परीक्षाओं में पूछे जा चुके हैं और आगे आने वाली परीक्षाओं में भी इनमें से काफी प्रश्न पूछे जा सकते हैं. तो इन्हें ध्यानपूर्वक पढ़ें. अगर इनके बारे में आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट करके पूछो और अगर आपको यह टेस्ट फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें.

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