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महादेवी वर्मा को किस रचना के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला

महादेवी वर्मा को किस रचना के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला

महादेवी वर्मा को यामा रचना के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला.महादेवी वर्मा (27 अप्रैल, 1 9 07 – मृत्यु: 11 सितंबर, 1 9 87) हिंदी में सबसे प्रतिभाशाली कवियों में से एक था. उन्हें हिंदी साहित्य में छायादार युग के चार मुख्य स्तंभों में से एक माना जाता है. आधुनिक हिंदी के एक सक्षम कवि होने के नाते, उन्हें ‘मॉडर्न मीरा’ भी कहा जाता है. कवि निरला ने अपने विशाल हिंदी मंदिर में सरस्वती का उल्लेख किया है.

“यामा” रचना के लिए महादेवी वर्मा को 1982 ईसवी में ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला था।

हिन्दी मे सर्वप्रथम कवि से संबधित जानकारी

आज आपको इस पोस्ट में हिन्दी के प्रथम कवियों के बारे में जानकारी दी जाएगी ,जिसके बारे में आपको जानना बहुत आवश्यक है .क्योंकि इसके बारे में अक्सर एग्जाम में प्रश्न पूछे जाते है .इसलिए आप इस पोस्ट को ध्यान से पढिए अगर यह जानकारी आपको फायदेमंद लगे तो दूसरो को शेयर जरुर करे

1. रीति काव्य का सर्वप्रथम ग्रंथ -हित तरंगिणी -कृपाराम
2.हिंदी की प्रथम कहानी लेखिका -बंग महिला( राजेंद्र बाला घोष) कहानी -दुलाई वाली
3. किसी भारतीय भाषा में रचित इस्लाम धर्मावलंबी कवि की प्रथम रचना- संदेश रासक (अब्दुल रहमान)
4. प्रेमचंद का मूल रूप से हिंदी में लिखित प्रथम उपन्यास -कायाकल्प 1926
5. प्रेमचंद की प्रथम कहानी- पंच परमेश्वर 1916
6. हिंदी साहित्य का प्रथम महाकाव्य- पृथ्वीराज रासो
7. हिंदी का प्रथम उपन्यास -परीक्षा गुरु लाला श्रीनिवास दास कृत
8. हिंदी में सर्वप्रथम मुकरियों की शुरुआत -अमीर खुसरो
9. हिंदी साहित्य की प्रथम रचना -पृथ्वीराज रासो चंद्र बरदाई
10. निराला की प्रथम कविता -जूही की कली -1916

11. हिंदी की प्रथम मौलिक कहानी -इंदुमती – किशोरीलाल
12.निर्मल वर्मा का प्रथम उपन्यास -वे दिन 1964
13. कमलेश्वर का प्रथम कहानी संग्रह -राजा निरबंसिया 1957
14.निर्मल वर्मा का प्रथम कहानी संग्रह – परिदें 1960
15. हिंदी के प्रथम सूफी कवि -असायत
16. अवहट्ठ का सर्वप्रथम प्रयोग- विद्यापति ने कीर्ति लता में
17. हिंदी का प्रथम बड़ा महाकाव्य – हंसावली( असायत )
18.हिंदी का प्रथम वक्रोति कथात्मक महाकाव्य- पद्मावत
19. सर्वप्रथम सतसई परंपरा का आरंभ – तुलसी सतसई( अधिकांश कृपाराम की हित तरंगिणी को मानते हैं)
20. गीतिकाव्य शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग -लोचन प्रसाद पांडेय ने कुसुमनमाला की भूमिका में

21. खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य -प्रियप्रवास- हरिऔंध
22. हिंदी काव्य में प्रथम बारहमासा वर्णन – बीसलदेव रासो
23. भक्ति के प्रवर्तक -रामानुजाचार्य
24. इलाचंद्र जोशी का प्रथम उपन्यास -घृणामयी 1929
25. भगवती चरण वर्मा का प्रथम उपन्यास- चित्रलेखा 1934
26. छायावाद की प्रथम कृति -झरना 1918 प्रसाद
27. खड़ी बोली के प्रथम स्वच्छंदतावादी कवि- श्रीधर पाठक
28. सूफी प्रेमाख्यान का प्रथम काव्य- हंसावली असायत
29.अपभ्रंश का प्रथम कड़वक बद्ध- पउम चरित्र -स्वयं भू (7 चौपाई के बाद एक दोहा क्रम रचना)
30.हिंदी के प्रथम कवि -सरहपा 9 वी सदी

31.नई कविता नाम दिया -अज्ञेय ने
32.अपभ्रंश के प्रथम ऐतिहासिक वैयाकरण -हेमचंद्र
33. हिंदी की आदि कवियत्री -मीराबाई
34. शुक्लानुसार छायावाद का प्रथम प्रतिनिधि कवि- पंत
35.हिंदी की प्रथम रचना- श्रावकाचार देवसेन कृत
36. खड़ी बोली में लिखित सर्वप्रथम काव्य ग्रंथ -श्रीधर पाठक द्वारा अनुवादित( हरमिट)-एकांतवासी योगी
37. मुक्तछंद का प्रथम प्रयोगकर्ता -निराला -जूही की कली में
38 जैनेंद्र का प्रथम उपन्यास-परख 1929
39. रेणु का प्रथम उपन्यास -मैला अंचल 1954
40. अपभ्रंश के प्रथम महा कवि- स्वयंभू

41. अज्ञेय की प्रथम काव्य कृति -भग्न दूत 1933
42.हिंदी में दोहा चौपाई का सर्वप्रथम प्रयोग- सरहपा
43. कृष्ण भक्ति काव्य का सबसे प्रसिद्ध काव्य- सूरसागर (सूरदास)
44. प्रयोगवाद शब्द का प्रथम प्रयोग -नंददुलारे वाजपेई
45. प्रसाद की प्रथम कहानी -ग्राम 1911(इंदु पत्रिका में published)
46. अज्ञेय का प्रथम उपन्यास- शेखर एक जीवनी 1941
47. हिंदी के सर्वप्रथम गीतकार -विद्यापति
48. प्रेमचंद का प्रथम उपन्यास- प्रेमा अर्थात दो सखियों का विवाह 1907 हम खुर्मा व हम सवाब का हिंदी रुपांतर
49.भक्तिकाल को काव्य का स्वर्ण युग घोषित करने वाला प्रथम व्यक्ति -जॉर्ज ग्रियर्सन
50. राम भक्ति का सबसे प्रसिद्ध काव्य- रामचरितमानस (तुलसीदास )

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