पादप में उत्सर्जन कैसे होता है
पादप में उत्सर्जन कैसे होता है
पादपों में उत्सर्जन के लिए कोई विशेष अंग नहीं होते। उनमें अपशिष्ट पदार्थ रवों के रूप में इकट्ठे हो जाते हैं जो कि पादपों को कोई हानि नहीं पहुँचाते । पौधों के शरीर से छाल अलग होने पर तथा पत्तियों के गिरने से ये पदार्थ निकल जाते हैं। कार्बन डाइऑक्साइड श्वसन क्रिया का उत्सर्जी उत्पाद है जिस का प्रयोग प्रकाश संश्लेषण क्रिया में कर लिया जाता है। अतिरिक्त जलवाष्प वाष्पोत्सर्जन से बाहर निकाल दिया जाता है। ऑक्सीजन रंध्रों से वातावरण में छोड़ दी जाती है। अतिरिक्त लवण जल वाष्पों के माध्यम से उत्सर्जित कर दिए जाते हैं। कुछ उत्सर्जी पदार्थ फलों, फूलों और बीजों के द्वारा उत्सर्जित कर दिए जाते हैं। जलीय पादप उत्सर्जी पदार्थों को सीधा जल में ही उत्सर्जित कर देते हैं।
पौधों से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर
उत्तर. यदि पौधे के पत्तों का शिरा-विन्यास जालिका हो तो पौधे की जड़ें मूसलादार होंगी, यदि शिरा-विन्यास समांतर हो तो रेशेदार होंगी
उत्तर. जड़ का कार्य-जड़ मृदा से जल और खनिज पदार्थ अवशोषित करती है।
उत्तर. जड़े दो प्रकार की होती हैं
(1) मूसला जड़े और (2) रेशेदार जड़
उत्तर. पुंकेसर के परागकोष में परागकण पैदा होते हैं।
उत्तर. पत्ती पर्णवृंत से जुड़ी होती है।
उत्तर. घास, गेहूँ, मक्का, आम के फूल रंग-बिरंगे नहीं होते।
उत्तर. झाड़ी में तने के आधार से शाखाएं निकलती हैं, तना कठोर होता है तथा थोड़ा मोटा होता है।
उत्तर. पुष्प के बीजांड से बीज बनता है।
उत्तर. पुष्प के स्त्रीकेसर से फल बनता है।
उत्तर. कमज़ोर तने वाले पौधे, जो सीधे खड़े नहीं हो सकते और भूमि पर फैल जाते हैं उन्हें विसर्गी लता कहते हैं।
उत्तर. गाजर, मूली, शकरकंद, शलगम आदि पौधों की जड़ों को भोजन के रूप में प्रयोग करते हैं।
उत्तर. पौधों के तीन संवर्ग हैं-शाक, झाड़ी और वृक्ष।
उत्तर. गुलाब, सरसों, गुलमोहर और डेलिया के पुष्प रंग-बिरंगे होते हैं।
उत्तर. पौधे के मुख्य भाग हैं-जड़, तना, पत्ती, फूल और फल।
उत्तर. पुष्य के जनन अंग-स्त्रीकेसर और पुंकेसर पुष्प के जनन अंग हैं।
उत्तर. टमाटर, मिर्च, डेलिया, गेंदा और आलू।
उत्तर. नींबू, गुलाब, बेर, बोगनविलिया, नागफनी।
उत्तर. शाक का तना कोमल होता है, इसका आकार सामान्यतः छोटा होता है और इसकी अक्सर शाखाएं कम होती हैं।
उत्तर. स्त्रीकेसर के तीन मुख्य भाग हैं(1) अंडाशय, (2) वर्तिका और (3) वर्तिकाग्र
उत्तर. पुंकेसर के दो मुख्य भाग हैं परागकोण और पुतं
उत्तर. आरोही पौधे-जो पौधे किसी सहारे की सहायता से ऊपर चढ़ जाते हैं, उन्हें आरोही पौधे कहते हैं।
उत्तर. मनी प्लांट और अंगूर की बेल।
उत्तर. पत्तियों पर शिराओं द्वारा बनाये गए डिज़ाइन को शिराविन्यास कहते हैं।
उत्तर. शिरा-विन्यास दो प्रकार का होता है
(i) जालिका शिरा-विन्यास (ii) समांतर शिरा-विन्यास।
उत्तर. तुलसी, आम, अमरूद और पीपल।।
उत्तर. घास, गेहूँ, मक्की और केला।
उत्तर. पौधों के पत्तों द्वारा पत्ती की सतह से जलवाष्प के उत्सर्जन को वाष्पोत्सर्जन कहते हैं।
उत्तर. हरे पौधों द्वारा सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में कार्बन डाइऑक्साइड और जल से भोजन बनाने की क्रिया को प्रकाश-संश्लेषण कहते हैं।
उत्तर. पानी, कार्बन डाइऑक्साइड, सूर्य का प्रकाश और क्लोरोफिल आदि प्रकाश संश्लेषण की कच्ची सामग्री है।
उत्तर. पर्णवृंत और फलक पत्ती के दो मुख्य भाग हैं।
उत्तर. शिरा–पत्ती की रेखित संरचनाओं को शिरा कहते हैं।
उत्तर. खरपतवार (Weeds)-खेतों में फसलों के साथ जो अवांछित या फालतू जंगली पौधे उग जाते हैं, उन्हें खरपतवार कहते हैं।
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