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परिनालिका किसे कहते है

परिनालिका किसे कहते है

परिनालिका की परिभाषा है :- जब किसी चीनी मिट्टी से बनी बेलनाकार नलिका जिसकी लम्बाई अधिक हो तथा त्रिज्या बहुत कम हो , पर ताँबे का तार लपेटा जाता है इस व्यवस्था को परिनालिका कहते है।

परिनालिका के चुंबकीय क्षेत्र में लोह-कोड का प्रभाव जब परिनालिका में लोह-क्रोड रख दिया जाता है तो उस समय परिनालिका के तार में विद्युत् धारा की अपेक्षाकृत काफ़ी शक्तिशाली चंबकीय क्षेत्र उत्पन्न हो जाता है। जिसका ज्ञान चुंबकीय सुई के विक्षेपण से कर सकते हैं। विद्युत् धारा के कारण चुंबक की बनने वाली लोहकोड युक्त परिनालिका को ही विद्युत् चुंबक कहते हैं।

याद रखो कि नर्म लोहे के क्रोड (Core) वाला विद्युत् चुंबक स्टील कोड वाले चुंबक से अधिक शक्तिशाली होता है।
परिनालिका में चुंबक को शक्तिशाली बनाने के लिए उपायपरिनालिका में चुंबक को शक्तिशाली बनाने के निम्नलिखित उपाय हैं

(1) परिनालिका में लपेटों की संख्या बढ़ा दी जाती है।
(2) परिनालिका में प्रवाहित धारा का मान बढ़ा दिया जाता है।
(3) परिनालिका के अंदर लोहे की छड़ रख दी जाती है।;

विद्युत धारा का चुंबकीय प्रभाव के प्रश्न उत्तर

प्रश्न . विद्युत् धारा से उत्पन्न होने वाले दो प्रमुख प्रभाव लिखिए।
उत्तर- चुंबकीय प्रभाव, ऊष्मा प्रभाव।
प्रश्न . चुंबक के विषय में सबसे पहले ज्ञान किसे हुआ था ?
उत्तर- यूनानियों को।
प्रश्न . प्राकृतिक चुंबक को किस चट्टान में पाया गया था ?
उत्तर- लोडस्टोन।
प्रश्न . विद्युत् वाही तार किस की तरह व्यवहार करती है ?
उत्तर- चुंबक की तरह।
प्रश्न . चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता का मात्रक किसके नाम पर रखा गया है ?
उत्तर- हैंस क्रिश्चियन ऑटेंड
प्रश्न . उत्तर दिशा की ओर संकेत करने वाले चुंबकीय सिरे को क्या कहते हैं ?
उत्तर- उत्तरोमुखी ध्रुव या उत्तर ध्रुव
प्रश्न . दक्षिण दिशा की ओर संकेत करने वाले चुंबकीय सिरे को क्या कहते हैं ?
उत्तर- दक्षिणोमुखी ध्रुव या दक्षिण ध्रुव

प्रश्न . किस बल के कारण लोह-चूर्ण एक पैटर्न में व्यवस्थित हो जाता है ?
उत्तर- चुंबकीय बल के कारण।
प्रश्न . चुंबकीय क्षेत्र कैसी राशि है ? ।
उत्तर- जिसमें परिमाण और दिशा दोनों होते हैं।
प्रश्न . चुंबकीय सूई का विशेष गुण क्या है ?
उत्तर- चुंबकीय सूई सदा उत्तर-दिशा को निर्दिष्ट करती है।
प्रश्न . मुक्त अवस्था में लटकाने पर चुंबक किस-किस दिशा को प्रदर्शित करता है ?
उत्तर- उत्तर और दक्षिण दिशा को।
प्रश्न . चुंबक के ध्रुवों का अति महत्त्वपूर्ण गुण लिखिए।
उत्तर- चुंबक के समान ध्रुव एक-दूसरे का प्रतिकर्षण करते हैं और असमान ध्रुव एक-दूसरे को आकृष्ट करते हैं।
प्रश्न . विद्युत् और चुंबकीय ऊर्जा का सर्वप्रथम अध्ययन किसने किया था ?
उत्तर- डैनिश वैज्ञानिक एस० सी० ऑरस्टेड ने।
प्रश्न . ऑरस्टेड का ध्यान किस बात ने आकृष्ट किया था ?
उत्तर- चुंबकीय सूई के समांतर विद्युत् धारा प्रवाहित करने से चुंबकीय सूई का दिशा बदलना।

प्रश्न . विद्युत् चुंबकों का प्रयोग कहां-कहां किया जाता है ?
उत्तर- रेडियो, स्टीरियो, स्पीकरों, अल्मारियों-रेफ्रिजरेटरों के दरवाज़ों, वीडियो-आडियो कैसेटों, कंप्यूटरों, खिलौनों आदि में ।
प्रश्न . चिकित्सा क्षेत्र में विद्युत् चुंबकीय प्रभाव कहां प्रयुक्त किया गया है ?
उत्तर- MRI (मैगनेटिक रेजोनैंस इमेजिंग) में।
प्रश्न . चुंबकीय क्षेत्र किसे कहते हैं ?
उत्तर- किसी चुंबक के आस-पास के क्षेत्र में चुंबक के आकर्षण या विकर्षण का प्रभाव जहां तक दिखाई दे उसे चुंबकीय क्षेत्र कहते हैं।
प्रश्न . चुंबकीय क्षेत्र को जानने का क्या अच्छा तरीका है ?
उत्तर- चुंबकीय बल रेखाओं के अध्ययन से।
प्रश्न . लोह चूर्ण की सहायता से चुंबकीय बल रेखाएं किस प्रकार प्राप्त की जा सकती हैं ?
उत्तर- किसी गत्ते पर रखे चुंबक पर लोह चूर्ण डाल कर गत्ते को थपथपाने से चुंबकीय बल रेखाएं प्राप्त हो जाती हैं
प्रश्न  चुंबक में सबसे अधिक आवेश किस जगह होता है ?
उत्तर- चुंबक के सिरों पर

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