तारे गिनना मुहावरे का क्या अर्थ है
तारे गिनना मुहावरे का क्या अर्थ है
तारे गिनना मुहावरे का क्या अर्थ है व्यग्रता से प्रतीक्षा करना,जब कोई वाक्य या वाक्यांश अपने साधारण अर्थ को छोडकर विशेष अर्थ प्रकट करे तो उसे मुहावरा कहा जाता है. और मुहावरा वाक्यांश है और इसका स्वतंत्र रूप से प्रयोग नहीं किया जा सकता.
- अधें की लकड़ी – ( एक मात्र सहरा ) – मुकेश ही बुढ़ापे में मुझ अंधे की लकड़ी है
- अंग – अंग ढीला होना – ( थक जाना ) – दिन भर काम करने से मजदूर का अंग – अंग ढीला हो जाता है
- अंगूठा दिखाना – ( विश्वास दिलाकर मौके पर इंकार कर देना ) – नेता लोग चुनाव के दिनों में अनेक वायदे करते , परन्तु बाद में अंगूठा देखा देते है
- अपनी खिचड़ी अलग पकाना – ( सबसे अलग रहना ) – सबके साथ मिलकर रहना चाहिए , अपनी खिचड़ी अलग पकाने से कोई लाभ नहीं
- अंगुली उठाना – ( दोष लगाना ) – कर्त्तव्य का पालन करने वाले व्यक्ति पर कोई अंगुली नहीं उठा सकता
- आग बबूला होना – ( बहुत क्रोधित होना ) – मोहन की खरी खोटी बात सुनकर राकेश आग बबूला हो गया
- आँखों का तारा – ( बहुत प्यारा ) – मोहन अपने माता पिता का आँखों का तारा है
- आस्तीन का सांप – ( धोखेबाज ) – अरे विकाश उसकी बातो में मत आना वह तो निरा आस्तीन का सांप है
- इधर – उधर की हांकना – ( व्यर्थ गप्पे मरना ) – सदन सदैव इधर – उधर की हांकता रहता है
- उलटी गंगा बहना – ( उलटी बातें होना ) – आजकल माता पिता बच्चों से डरने लगे है अब उलटी गंगा भ रही है
- उन्नीस बीस का अंतर – ( बहुत कम अंतर ) – राकेश तथा सदन में उन्नीस बीस का अंतर है
- कलम तोडना – ( बहुत सुंदर लिखना ) – जयशंकर प्रसाद ने ‘ कामायनी ‘ लिखने में कलम तोड़ दी
- काम तमाम करना – ( मार देना ) – तलवार के एक ही वार से मोहन ने अपने सत्रु का काम तमाम कर दिया
- कान पर जूं न रेंगना – ( कुछ असर न होना ) – में विकाश को समझाकर हार गया हूँ लेकिन उसके कान पर जूं तक नहीं रेंगती
- खून खौलना – ( जोश आना ) – शत्रुओं की टुकड़ी देखकर भारतीय जवानों का खून खौल उठा
- खून का प्यासा – ( कट्टर शत्रु ) – आज भाई – भाई खून का प्यासा बन गया है
- खून पिसना एक करना – ( बहुत परिश्रम करना ) – मोहन के पिता जी उसकी पढ़ाई के लिए खून पसीना एक करते है
- गले का हार – ( बहुत प्रिय ) – प्रियंका इकलोती बेटी होने के कारण अपने माता पिता के गले का हार है
- घी के दिये जलाना – ( प्रसन्न होना ) – जब श्री राम जी अयोध्या में वापस पहुचें तो लोगों ने घी के दिये जलाये थे
- चमका देना – ( धोखा देना ) – डाकू पुलिस चकमा देकर भाग गया
- छक्के छुड़ाना – ( बुरी तरह हरना ) – युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के छक्के छुड़ा दिये
- जी चुरना – ( परिश्रम से भागना ) – अच्छे विद्यार्थी कभी पढ़ाई से जी नहीं चुराते
- डंका बजाना – ( विजय पाना ) – सारे विश्व में अमेरिका की शक्ति का डंका बज रहा है
- थाह लेना – ( पता लगाना ) – किसी के दिल की थाह लेना बहुत कठिन काम है
- दम घुटना – ( श्वास लेने में कठिनाई होना ) – आजकल यात्रा के समय इतनी भीड़ का सामना करना पड़ता है कि कई बार दम घुटने लगता है
- दंग रह जाना – ( हैरान रह जाना ) – सदन के द्वारा चोरी किए जाने का समाचार सुनकर सभी दंग रह गए
- दाल में काला – ( कुछ गडबड ) – आजकल वह तुम्हारे घर के बड़े चक्कर लगा रहा है मुझे तो कुछ दाल में काला लगता है
- नानी याद आना – ( घबराना ) – कड़ी मंहगाई में सब को नानी याद आने लगती है
- नाकों चने चबाना – ( खूब तंग करना ) – सुभाष चन्द्र बोस जैसे वीरो ने अंग्रेजी सेना के टक्कर लेकर उनको नाकों चने चबा दिए
- नीचा दिखाना – ( हराना ) – पकिस्तान सदैव भारत को नीचा दिखने की ताक में रहता है
- नौ दो ग्यारह होना – ( भाग जाना ) – पुलिस को देखते ही चोर नौ दो ग्यारह हो गया
- पगड़ी उछलना – ( अपमान करना ) – बड़ो की पगड़ी उछालना सज्जन पुरुषो को शोभा नहीं देता
- पानी फेर देना – ( नाश कर देना ) – पुत्र ने फेल होकर अपने माता पिता की सब आशाओं पर पानी फेर दिया
- पानी – पानी होना – ( बहुत लज्जित होना ) – मेरे द्वारा सच्ची बात कहने पर सुनील पानी – पानी हो गया
- बगुला भगत – ( कपटी ) – सोहन को अपनी कोई बात न बताना वह तो धोखा देने वाला बगला भगत है
- मैदान मारना – ( जीतना ) – भारतीय सेना ने देखते ही देखते छंब में मैदान मार लिया
- रंग उड़ना – ( डर जाना ) – शेर को देखते ही दोनों मित्रों का रंग उड़ गया
- रंग में भंग पड़ना – ( मजा किरकिरा होना ) – जलसा शुरू हुआ था कि रंग में भंग पड़ गया
- लोहे के चने चबाना – ( अति कठिन काम ) – भारत पर आक्रमण करके पाकिस्तान को लोहे के चने चबाने पड़े
- लहू पिसना एक करना – ( बहुत परिश्रम करना ) – आजकल अच्छी तरह काम करने के लिए लहू पिसना एक करना पड़ता है
- सिक्का जमाना – ( धाक बैठाना ) – रंजित सिंह ने शीघ्र ही अपनी वीरता का सिक्का अन्य राजाओं पर जमा लिया था
- हक्का बक्का रह जाना – ( हैरान रह जाना ) – में सरोज की हालत को देखकर हक्का बक्का रह गया
- हवा हो जाना – ( भाग जाना ) – सिपाही को अपनी तरफ देखकर चोर हवा हो गया
- हाथ तंग होना – ( पैसे की कमी होना ) – हमारा आजकल हाथ बहुत तंग है कृपया नकद रुपया दे
- हाथ दिखाना – ( बहादुरी दिखाना ) – युद्ध में हमारे सैनिकों के हाथ देखकर शत्रु की सेना मुसीबत में पड़ गई
- हाथ मलना – ( पछताना ) – अब फेल होने पर हाथ मलने से क्या लाभ है पहले डट कर परिश्रम करते
- हाथ पाँव फूलना – ( डर से घबरा जाना ) पुलिस को अपने घर आया देख कर उसके हाथ पाँव फूल गए
- हाथ खींचना – ( सहायता बंद करना ) जहां तक हो सके निर्धनों की सहायता करो उनसे हाथ खींचना अच्छी बात
- हाथ रंगना – ( खूब धन कमाना ) महंगाई में जमाखोर व्यापारी खूब हाथ रंगते
- हाथ पैर मारना – ( कोशिश करना ) वह सफलता प्राप्त करने के लिए हाथ पैर मार रहा है
इस पोस्ट में आपको मुहावरे और अर्थ उनके वाक्य मुहावरे के अर्थ और वाक्य हाथ लगना मुहावरे का अर्थ हाथ मलना मुहावरे का अर्थ डूबते को तिनके का सहारा मुहावरा पेट पर मुहावरे तारे गिनना का अर्थ सिर माथे चढ़ाना मुहावरे का अर्थ पौ फटना मुहावरे का अर्थ कांटे बिछाना मुहावरे का अर्थ मन ललचाना मुहावरे का अर्थ चश्मा उतारना मुहावरे का अर्थके बारे में पूरी जानकारी दी गयी . इसके बारे में और कोई सवाल या सुझाव होतो नीचे कमेंट करके पूछे .