जनरेटर क्या है और यह कितने प्रकार के होते है

जनरेटर क्या है और यह कितने प्रकार के होते है

जनरेटर एक मशीन होती है जो विद्युत उत्पन्न करती है। इसमें चुम्बकीय फ्लक्स, कन्डक्ट और घुमाव (velocity) की आवश्यकता होती है। जनरेटर मैकेनीकल पावर को इलैक्ट्रिकल पावर में परिवर्तन करने वाली मशीन होती है। यह फैराडे के नियम पर कार्य करती है।

जनरेटर कैसे काम करता है  : जब किसी चुम्बकीय फ्लक्स में कन्डक्टर रखा जाता है तो कन्डक्टर चुम्बकीय रेखाओं को काटता है जिससे कन्डक्टर में वि.वा. बल उत्पन्न हो जाता है।

जनरेटर के प्रकार

अल्टरनेटर (Alternator)

अल्टरनेटर वह मशीन होती है जो यात्रिंक उर्जा (Mechanical Energy) को ए. सी. (A.C.) विद्युत उर्जा (Electrical Energy) में बदल देती है । उसे अल्टरनेटर या ए. सी. जनरेटर (A.C.Generator) भी कहते है.

DC जनरेटर

वह मशीन होती है जो यांत्रिक उर्जा (Mechanical Energy) को विद्युत उर्जा (Electrical Energy) में बदलती है। इससे हमें डी. सी. (Direct Current) अर्थात एक दिशा वाला करंट मिलता है। इसलिए इसे डी. सी जनरेटर कहा जाता है। डी. सी. जनरेटर का सिद्धांत (Principle of D.C, Generator)- डी. सी. जनरेटर फैराड़े के इलैक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन (Electromagnetic Induction) के सिद्धांत पर कार्य करता है। फैराड़े के इलैक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन के अनुसार यदि किसी कंडक्टर (Conductor) को चुम्बकीय फ्लक्स (Magnetic Flux) में घुमाया जाए तो उस कंडक्टर में ई. एम. एफ. (E.M.F.) उत्पन्न हो जाती है, यह ई. एम. एफ. तब तक उत्पन्न होती रहती है जब तक कंडक्टर चुम्बकीय फ्लक्स में घूमता रहता है। यदि कंडक्टर चुम्बकीय फ्लक्स में घूमना बंद कर देता है। तो ई. एम. एफ. भी उत्पन्न होना बंद हो जाएगी। यह उत्पन्न हुई ई. एम. एफ., कंडक्टर, चुम्बकीय क्षेत्र व कंडक्टर के घूमने की गति पर निर्भर करेगी।

1. प्राइम मूवर के आधार पर

जनरेटर में लगे कन्डक्टरों को घुमाने वाले भाग को प्राइम मूवर कहते हैं। ये तीन प्रकार के होते हैं.

(i) वाटर टरबाइन टाइप : कन्डक्टर जनरेटर की घूमने वाली शाफ्ट पर लगे होते हैं। यह शाफ्ट पानी की शक्ति से घुमाई जाती है। पानी को ऊँचे स्थान पर बाँध बनाकर एकत्रित कर लिया जाता है। शॉफ्ट को एक व्हील (wheel) से लगा देते हैं और व्हील की परिधि पर समान दूरी पर पंखड़ियाँ (vanes) लगी होती हैं। बाँध का पानी इन पंखड़ियों पर गिरता है तो पंखड़ियाँ घूमने लगती हैं। इसके साथ ही शाफ्ट घूमने लगती है और कन्डक्टर वि.वा. बल उत्पन्न करने लगता है।

(ii) स्टीम टरबाइन टाइप : शाफ्ट को स्टीम से चलाया जाता है जैसे कि रेल का इंजन चलता है। शाफ्ट पर एक व्हील, पंखड़ियों वाला लगा होता है। इन पंखड़ियों पर हाई प्रैशर पर नोजल से स्टीम छोड़ी जाती है। स्टीम के दबाव से व्हील तेज गति से घूमने लगता है साथ ही शाफ्ट घूमने लगती है।

(iii) डीजल इंजन टाइप : जनरेटर की शाफ्ट को डीजल इंजन से कनेक्ट कर दिया जाता है। डीजल इंजन के चलने के साथ-साथ शाफ्ट भी घूमने लगती है।

2. उत्तेजना विधि के आधार पर

(i) स्थाई चुम्बक टाइप : जनरेटर में चुम्बकीय फ्लक्स उत्पन्न करने के लिए चुम्बक का प्रयोग किया जाता है। जिस जनरेटर में स्थाई चुम्बक के ध्रुव प्रयोग किए जाते हैं। वह स्थाई चुम्बक वाले जनरेटर या डायनेमो कहलाता है। यह साइकिल, टेलीफोन, मैगर आदि में प्रयोग होता है। यह बहुत कम वोल्टेज उत्पन्न करता है।

(ii) सेपरेटली एक्साइटेड टाइप : इस जनरेटर में चुम्बकीय फ्लक्स इलैक्ट्रोमैगनेट के द्वारा पैदा की जाती है। इसके ध्रुवों की ध्रुवता समान रखने के लिए बैट्री या डी.सी. विद्युत से ध्रुवों को उत्तेजित (excited) किया जाता है। इस प्रकार के जनरेटर ए.सी. उत्पन्न करने वाले ए.सी. जनरेटर या आल्टरनेटर कहलाते

(iii) सैल्फ एक्साइटेड टाइप : इस टाइप के जनरेटर के ध्रुव स्वयं उत्पन्न विद्युत करन्ट से उत्तेजित (excited) होते हैं। प्रारंभ में इन ध्रुवों में अवशिष्ट चुम्बकत्व (residual magnetism) होता है जिससे थोड़ा वोल्टेज उत्पन्न होता है। यही वोल्टेज पुनः ध्रुवों में जाकर उन्हें अधिक चुम्बकीय बना देता है तथा वोल्टेज और अधिक उत्पन्न होने लगता है। इस प्रकार के जनरेटर डी. सी. जनरेटर या डायनेमो कहलाते हैं।

3.फेज़ों के आधार पर

(i) सिंगल फेज़ अल्टरनेटर :- सिंगल फेज अल्टरनेटर का प्रयोग केवल लाइट लोड़ (पंखे तथा लाइट आदि) के लिए प्रयोग किया जाता है । जिनसे अधिकतम 250 volt तक की ए. सी. उत्पन्न की जाती है। अधिक क्षमता के बनाने से इनकी कीमत बढ़ जाती है तथा पावर कम मिलती है ।

(ii) तीन फेज़ अल्टरनेटर :– आजकल तीन फेज़ अल्टरनेटर का अधिकतर प्रयोग किया जाता है । इन अल्टरनेटरों की वाइडिंग 1200 इलैक्ट्रिकल डिस्प्लेसमैंट (displacement) पर होती हैं। इन्हें स्टार कनैक्शन में जोड़कर, लाइट तथा पावर दोनो लोड के लिए प्रयोग किया जाता है । तीन फेज अल्टरनेटर 650 volt से 6600 Volt तक ए. सी उत्पन्न करते है।

इस पोस्ट में आपको जनरेटर क्या है और यह कितने प्रकार के होते है डीजल जनरेटर क्या है डायनेमो जनरेटर ac जनरेटर डीसी जनरेटर प्रश्न डायनेमो की क्रिया विधि दस जनरेटर इन हिंदी से संबधित पूरी जानकारी दी गयी है .

Leave A Reply

Your email address will not be published.