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कंप्यूटर माउस की पूरी जानकारी

कंप्यूटर माउस की पूरी जानकारी

What is Mouse in Hindi : कीबोर्ड के अलावा सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली डिवाइस माउस होता है. माउस एक प्वाइंटर इनपुट डिवाइस है .जिसकी मदद से आप क्लिक करके कंप्यूटर को कोई भी निर्देश दे सकते हैं. माउस में वैसे तो सिर्फ तीन ही बटन होते हैं लेफ्ट, राइट और एक स्क्रोल बटन होता है. लेकिन इनके बहुत काम होते हैं अलग-अलग जगह पर अलग-अलग प्रकार से यह सभी बटन काम करते हैं. जिसके बारे में आपको नीचे बताया जाएगा.

माउस की खोज किसने की

कंप्यूटर के माउस का आविष्कार Douglas Engelbart ने 1960 के दशक में किया था और इसका पेटेंट उन्होंने November 17, 1970. मे लिया था. जब वह माउस बनाने पर काम कर रहे थे उस समय वह स्टैनफोर्ड रिसर्च इंस्टिट्यूट कैलिफोर्निया में काम कर रहे थे. उन्होंने सबसे पहले अपने माउस को Alto computer पर चला कर दिखा था जिसमें उनको कुछ ज्यादा सक्सेस हासिल नहीं हुई लेकिन उसके बाद में माउस का इस्तेमाल Apple Lisa computer पर किया गया. वह माउस आज के समय में इस्तेमाल होने वाले माउस से बिल्कुल अलग था. आज का आधुनिक माउस बहुत ही ज्यादा अच्छा और एडवांस हो गया है.

कंप्यूटर माउस की पूरी जानकारी

माउस के बटन के बारे में जानने से पहले आपको पता होना चाहिए कि माउस कितने प्रकार के होते हैं. समय-समय पर माउस को बेहतर बनाने के लिए इसमें काफी बदलाव किए गए और उसी आधार पर इनके नाम भी रखे गए. माउस तीन प्रकार के होते हैं मैकेनिकल माउस , ऑप्टिकल माउस, Wired Mouse, वॉयरलैस माउस,

मैकेनिकल माउस

इस माउस का इस्तेमाल 1990 के समय में किया जाता था इसमें एक रबड़ की गेंद होती थी जोकि माउस से थोड़ी बाहर निकली रहती थी. और जैसे ही माउस को हिलाया जाता था तो यह गेंद अंदर ही अंदर घूमती थी. जिससे कि कंप्यूटर को निर्देश मिलता था कि कंप्यूटर के पॉइंटर को किस तरफ जाना है और यह वजन में काफी भारी भी होते थे लेकिन यह ज्यादा समय तक अच्छी तरह से काम नहीं कर सकते थे.

ऑप्टिकल माउस

ऑप्टिकल माउस आज के समय में इस्तेमाल किया जाता है और इसमें एक LED लाइट लगी होती है. जिसमें से लाइट निकलती है और यही लाइट वापस माउस में जाती है तो जैसे ही हम माउस को हिलाते हैं तो कंप्यूटर को पता चल जाता है कि माउस ने किस तरफ मोमेंट किया है और यह उसी आधार पर कंप्यूटर पर पॉइंटर को Move करता है.

Wired Mouse

इस माउस को कंप्यूटर के साथ में जोड़ने के लिए तार की आवश्यकता होती है और इसकी कनेक्टर पिन दो प्रकार की होती है PS/2 और USB . आज के समय में यूएसबी तार वाले माउस का इस्तेमाल ज्यादा किया जाने लग गया है.

वायरलेस माउस

यह माउस आपके कंप्यूटर के साथ में बिना तार के कनेक्ट हो जाता है इसमें एक USB रिसीवर होता है जो कि आपके कंप्यूटर या लैपटॉप के साथ में लगाया जाता है और माउस के अंदर ही ट्रांसमीटर होता है. जो कि उस रिसीवर को सिग्नल भेजता है और वह रिसीवर सिग्नल कंप्यूटर को देता है जिससे कि कंप्यूटर को माउस की मोमेंट का पता चल जाता है.

Touchpad

यह माउस का ही एक प्रकार है जो कि आपको लैपटॉप में देखने को मिलता है.माउस को टचपैड भी कहा जाता है लेकिन यह सिर्फ लैपटॉप के माउस को कहा जाता है क्योंकि उसमें आपको टच स्क्रीन की तरह माउस को काम करवाना पड़ता है. लेकिन टचपैड में आप multi finger का इस्तेमाल करके माउस से कई प्रकार के कार्य करवा सकते हैं. जैसे कि आप दो उंगली का इस्तेमाल करके किसी भी पेज को Zoom In / Zoom Out कर सकते हैं जैसे कि आप अपने फोन में करते हैं. किसी भी पेज को ऊपर या नीचे ले जाने के लिए भी आप दो उंगलियों को टचपैड पर ऊपर या नीचे लेकर जाएंगे तो यह स्क्रोल बटन की तरह काम करेगा.

माउस क्या क्या काम करता है

Left Clicking

माउस द्वारा किए जाने वाला सबसे अधिक कार्य clicking होता है अगर आप किसी भी फोल्डर को खोलना चाहते हैं तब आपको डबल क्लीकिंग करनी पड़ती है. लेकिन कई कार्यों को करने के लिए आपको सिर्फ सिंगल क्लीकिंग करनी पड़ती है .

Right Clicking

इस क्लीकिंग का इस्तेमाल काफी कम किया जाता है क्योंकि यह क्लीकिंग किसी भी कार्य से संबंधित आपको अलग-अलग ऑप्शंस दिखाने के लिए इस्तेमाल की जाती है. मान लीजिए आपने किसी भी फाइल के ऊपर राइट क्लिक किया है तो आपको उस फाइल से संबंधित काफी ऑप्शन दिखाए जाएंगे और उन ऑप्शन में से किसी भी एक ऑप्शन को चुनने के लिए आपको फिर से Left Click करना पड़ेगा.

Scrolling Button

किसी भी पेज को ऊपर या नीचे ले जाने के लिए आप स्क्रोल बटन का इस्तेमाल करते हैं लेकिन इसके अलावा आप कीबोर्ड का इस्तेमाल करके भी पेज को ऊपर या नीचे ले जा सकते हैं. और स्क्रोलिंग के साथ-साथ यह बटन क्लिक का भी काम करता है लेकिन क्लिक का काम यह हर जगह नहीं करता कुछ ही जगह पर या क्लिक का काम करता है .स्क्रोल बटन क्लिक का काम किसी भी लिंक को न्यू टैब में ओपन करने के लिए किया जाता है.

Mouse Cursor Movement

अगर आप माउस को हिलाते हैं तो स्क्रीन पर माउस का Pointer भी वैसे ही हिलता है.

 

माउस की सेटिंग

अगर आप माउस के किसी भी प्रकार की सेटिंग बदलना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अपने कंप्यूटर के कंट्रोल पैनल में जाना है वहां पर आपको माउस का ऑप्शन मिलता है उस पर क्लिक करना है उसके बाद मैं आपको एक Pop – UP विंडो दिखाई देगी जहां पर आप को माउस से संबंधित सारे ऑप्शन दिए जाएंगे.

तो जैसा कि आप ऊपर फोटो में देख सकते हैं आपको इस प्रकार की window देखने को मिलेगी यहां पर आप इसके Button की सेटिंग कर सकते हैं, जैसे कि अगर आप Left click को Right click की तरह काम करवाना चाहते हैं और Right Click को Left click की तरह काम करवाना चाहते हैं तो यह आप बटन कॉन्फ़िगरेशन में कर सकते हैं उसके बाद में आप डबल क्लिक की स्पीड को कम या ज्यादा कर सकते हैं.

Pointer Tab

प्वाइंट टेब में आप माउस के प्वाइंटर को कस्टमाइज कर सकते हैं इसके डिजाइन को बदल सकते हैं वहां पर आपको कई अलग-अलग प्रकार के प्वाइंटर दिखाए जाएंगे जिनमें से आप कोई भी सेलेक्ट कर सकते हैं.

Pointer Options

इस टाइप में आप पॉइंटर के motion को कंट्रोल कर सकते हैं यानी कि आप स्क्रीन पर पॉइंटर को कितनी तेजी से चलाना चाहते हैं इसकी सेटिंग आप यहां पर कर सकते हैं और इसके साथ में आप प्वाइंटर की Visibility को भी ऑन कर सकते हैं जिससे कि प्वाइंटर आपको एक से ज्यादा दिखाई देंगे.

Wheel

इस टैब में आप माउस के स्क्रोल बटन की सेटिंग कर सकते हैं कि आपको इसकी स्पीड कितनी कम या ज्यादा करनी है.

तो यह सेटिंग आप सभी माउस की प्रॉपर्टी में जाकर कर सकते हैं जो कि बहुत ही आसान है .

इस पोस्ट में आपको माउस के कार्य बताइए माउस का क्या कार्य है माउस कितने प्रकार की होती है माउस का पूरा नाम माउस के बारे में जानकारी माउस कितनी तारीख की है माउस की खोज किसने की माउस का अर्थ से संबंधित पूरी जानकारी दी गई है अगर इसके बारे में अभी भी आपका कोई सवाल यह सुझाव हो तो नीचे कमेंट करके जरूर पूछें.

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