एक्सपेंशन वाल्व क्या है और इसके प्रकार

एक्सपेंशन वाल्व क्या है और इसके प्रकार

यह एक डिवाइस है जो कि लीक्विड रेफ्रिजरेट के बहाव को इवेपोरेटर तक नियमित करता है। यह सिस्टम की लो प्रशर साइड और उच्च प्रेशर साइड में विभाजन भी करता है।

इसके निम्नलिखित कार्य होते हैं : – कंडेंसर से आने वाले रेफ्रिजरेंट के प्रेशर को कम करना और सिस्टम के आवश्यकता के अनुसार तापमान को भी कम करना। इवेपोरेटर पर लोड के अनुसार रेफ्रिजरेंट के बहाव को नियमित करना।

एक्सपेंशन वाल्व निम्नलिखित विभिन्न प्रकार के होते हैं

(1) केपिलेरी ट्यूवें
(2) प्रेशर कंट्रोल या ऑटोमेटिक एक्सपेंशन वाल्व
(3) थर्मोस्टाटिक एक्सपेंशन वाल्व
(4) हाई-साइड फ्लोट वाल्व
(5) लो-साइड फ्लोट वाल्व
(6) सॉलिनायड वाल्व

केपिलेरी ट्यूब

Capillary Tube in Hindi : यह एक क्वायल या फाइन ट्यूबिंग होती है जिसमें एक बहुत छोटा सुराख होता है जो कि प्रायः 0.5 से 2.28 मिमी, अन्दरूनी व्यास वाला होता है। ट्यूब का उत्पादन बहुत ही सावधानीपूर्वक किया जाता है जिससे कि यह इवेपोरेटर में लीक्विड रेफ्रिजरेंट का नियमित बहाव करने योग्य बन सके। केपिलरी ट्यूब में कोई मूविंग पार्ट नहीं होता है और इसलिए इसके कुछ लाभ होते हैं। केपिलरी ट्यूब का एक सिरा कंडेंसर के आउटलेट पर फिल्टर के साथ जुड़ा होता है। दूसरा सिरा इवेपोरेटर के साथ जुड़ा होता है। ट्यूब का बाकी भाग सक्शन लाइन के साथ प्रायः सोल्डर होता। है जिससे आवश्यक गर्मी का आदान-प्रदान हो सके। टूयूब की बाकी बची हुई लम्बाई को इवेपोरेटर के नजदीक क्वायल किया होता है।

ऑटोमेटिक एक्सपेंशन वाल्व

Automatic Expansion Valve in Hindi: यह एक वाल्व है जो कि लोड के बढ़ने या घटने के कारण इवेपोरेटर में प्रैशर बदलने के अनुसार कार्य करता है। यह इवेपोरेटर में बदलते लोड पर स्थिर प्रेशर बनाए रखता है तथा इवेपोरेटर में रेफ्रिजरेंट के बहाव की मात्रा को कंट्रोल करता है।  वाल्व में एक नीडल वाल्व, एक सीट, एक डायफ्राम और एक स्प्रिंग होते हैं।

Working : स्प्रिंग प्रैशर और एटमास्फेरिक प्रेशर डायफ्राम के टॉप पर दबाव डालता है जिससे सूई अपनी सीट से उठ जाती है, नीडल वाल्व का इस प्रकार उठना ओपनिंग दिशा में होता है। इवेपोरेटर प्रेशर डायफ्राम के नीचे दबाव डालता है और नीडल वाल्व को क्लोजिंग पोजीशन की ओर मूव करता है। इस प्रकार इवेपोरेटर प्रेशर और स्प्रिंग प्रैशर एक दूसरे के विपरीत होते हैं और इनमें से जो अधिक होता है वह सीट के संदर्भ में सुई की पोजीशन को निर्धारित करता है। आटोमेटिक एक्सपेंशन वाल्व को स्थिर प्रेशर एक्सपेंशन वाल्व भी कहते हैं.

थर्मोस्टेटिक एक्सपेंशन वाल्व

Thermostatic Expansion Valve in hindi : यह एक थ्रोटलिंग डिवाइस है जो कि ऑटोमेटिकली कार्य करता है, और इवेपोरेटर में लोड के अनुसार लीक्विड के सही बहाव को बनाए रखता है। ड्राई एक्सपेंशन उपयोग के किसी प्रकार के लिए स्वीकृत होना, आटोमेटिक आपरेशन, उच्च क्षमता के कारण इस प्रकार के वाल्व को अधिकतर प्रयोग किया जाता है।

थर्मोस्टेटिक एक्सटेंशन वाल्व के निम्नलिखित कार्य होते हैं।
1.लीक्विड के प्रेशर को कंडेंसर प्रेशर से इवेपोरेटर प्रेशर तक कम करना।
2.इवेपोरेटर को पूर्णतया एक्टिव रखना
3.इवेपोरेटर पर लोड के अनुसार इवेपोरेटर तक लीक्विड के बहाव को सही बनाए रखना जिससे लीक्विड रेफ्रिजरेंट को कम्प्रेसर में वापिस आने से रोका जा सके।

ऑटोमेटिक एक्सपेंशन वाल्व और थर्मोस्टेटिक एक्सपेंशन वाल्व में अन्तर

ऑटोमेटिक ऐक्सपेंशन वाल्व थर्मोस्टेटिक ऐक्सपेंशन वाल्व
इसका ऑपरेशन सिस्टम की लो प्रशर साइड द्वारा कंट्रोल होता हैं। इसका ऑपरेशन इवपोरेटर या सक्शन लाइन के तापमान केबढ़ने या घटने पर निर्भर करता हैं।
इसमें ब्रोंज से वने हा बाड़ी बैलोस होते हैं। इसमें थर्मोस्टेटिक वेलीस, कंपिलेरी ट्यूव और एक वोलाटाइल लीक्विड़ के द्वारा चार्ज किया हुआ थर्मल वल्व होता है (प्रायः वहीं रेफ्रिजरेंट जो कि सिस्टम में चार्ज किया गया हो)।
इसका प्रयोग किसी भी रेफ्रिजरेंट पर कार्य करने वाली किसी घरेलू रेफ्रिजरेटिंग मशीन के साथ किया जा सकता है यह विशिष्ट रेफ्रिजरेटिंग मशीनों के लिए उपयुक्त होता है
लो-साइड में प्रेशर में कमी से वाल्व खुलता है और अधिक लीक्विड रेफ्रिजरेट प्रवेश करताहै, जबकि प्रेशर की वृद्धि से इवेपोरेटर में रेफ्रिजरेंट का कम बहाव होता है। जैसे ही सक्शन लाइन या इवेपोरेटर का तापमान घटता है, वाल्व ओपनिंग से इवेपोरेटर में कम रेफ्रिजरेंट प्रवेश करता है। और जैसे ही सक्शन लाइन या इवेपोरेटर का तापमान बढ़ता है। तब अधिक रेफ्रिजरेंट का प्रवेश होता है।
इसमें प्रेशर इक्वालाइजर का कोई कनेक्शन नहीं होता। इवेपोरेटर में सही प्रैशर बनाए रखने के लिए इसमें इनटर्नल या एक्सटर्नल इक्वालाइजर होता है.
यह घरेलू रेफ्रिजरेंटिंग मशीनों के साथ प्रयोग किया जाता है यह बड़े रेफ्रिजरेशन या ऐअर-कंडीशनिंग प्लांटों और लो-टेम्प्रेचर उपयोगों के साथ प्रयोग किया जाता है।
इसकी बनावट सरल होती है। इसकी बनावट कुछ जटिल होती है।
इसका दाम कम होता है। इसका दाम अधिक होता है।

फ्लोट वाल्व

Float Valve in Hindi : फ्लोट वाल्वों का प्रयोग फ्लडिङ टाइप इवेपोरेटरों के साथ एक्सपेंशन वाल्वों के रूप में किया जाता है। फ्लोट चेम्बर में लक्विड रेफ्रिजरेंट के लेवल में परिवर्तन के साथ वाल्व सक्रिय होता है। फ्नोट वाल्व की लोकेशन के अनुसार, इनका वर्गीकरण निम्नलिखित की तरह किया जाता है:

1.लो साइड फ्लोट वाल्व,
2.हाई साइड फ्लोट वाल्व।

सॉलिनायड वाल्व

Solenoid Valve : एक शट ऑफ वाल्व है जिसे एक इलेक्ट्रोमेग्नेटिक कॉयल के द्वारा सक्रिय किया जाता है और इसका डिजाइन ऐसा बनाया जाता है कि जब कॉयल को एनर्जाइज़ किया जाता है तब चुम्बकीय क्षेत्र कॉयल के कोर में आर्मेचर या प्लंजर को आकर्षित करता है। प्लंजर में लगी हुई पिन या वाल्व स्टेम के द्वारा, वाल्व खुल जाता है। जब कॉयल को डिएनर्जाइज़ किया जाता है तब प्लंजर अपने भार से गिर जाता है और वाल्व बंद हो जाता है। सॉलिनायड़ वाल्व दो प्रकार के होते हैं :

1.डायरेक्ट ऐक्टिंग
2.पायलट आपरेटिड

डायरेक्ट ऐक्टिंग वाल्व (Direct Acting Valve) :  जब वाल्व सीट से वाल्व पिन को प्लंजर खींचता है तब यह खुलता है। उचित साइज में सॉलिनायड़ कॉयल को बनाए रखने के लिए, डायरेक ऐक्टिंग वाल्व को छोटे साइजों में ही प्रयोग किया जाता है।

पायलट आपरेटिड वाल्व (Pilot operated Valve) : यह डायरेक्टली ऑपरेट नहीं करता है। पहले एक पायलट पोर्ट खुलता है जो वाल्व पिन पर प्रेशर कम करता है जिससे वाल्व सीट पर प्रेशर अनवैलेंस हो जाता है। तब हायर अपस्ट्रीम प्रेशर से वाल्व
खुल जाता है

इस पोस्ट में आपको thermostatic expansion valve diagram expansion valve ac car 7 types of expansion valves expansion valve troubleshooting electronic expansion valve automatic expansion valve से संबधित पूरी जानकारी दी गयी है .अगर इसके बारे में कोई भी सवाल या सुझाव होतो नीचे कमेंट करके पूछे .

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