बर्नियर ने मुगल राज्य को किस रूप में देखा?
बर्नियर ने मुगल राज्य को किस रूप में देखा? क्या सरकारी मुग़ल दस्तावेज़ इस बात की पुष्टि करते हैं? बर्नियर ने मुगल साम्राज्य को किस रूप में देखा बर्नियर भारतीय नगरों को किस रूप में देखता है बर्नियर भारत की यात्रा किस शासक के शासनकाल में की थी बर्नियर ने मुगलकालीन शहर को किस नाम से पुकारा
बर्नियर ने मुग़ल साम्राज्य को जिस रूप में देखा उसकी ये विशेषताएं थीं
(1) इसका राजा “भिखारियों और क्रूर लोगों” का राजा था।
(2) इसके शहर और नगर ध्वस्त हो चुके थे तथा “खराब हवा” से दूषित थे। इन सबका मात्र एक ही कारण था- भूमि पर राज्य का स्वामित्व।
परंतु एक भी सरकारी मुग़ल दस्तावेज़ यह नहीं दर्शाता कि भूमि का एकमात्र स्वामी राज्य ही था। उदाहरण के लिए अकबर के काल का सरकारी इतिहासकार अबुल फ़ज़ल भू-राजस्व को ‘राजत्व का पारिश्रमिक’ बताता है जो राजा द्वारा अपनी प्रजा को सुरक्षा प्रदान करने के बदले लिया जाता था, न कि अपने स्वामित्व वाली भूमि पर लगान के रूप में। ऐसा संभव है कि यूरोपीय यात्री ऐसे करों को लगान मानते हों, क्योंकि भू-राजस्व की माँग प्राय: बहुत अधिक होती थी। परंतु वास्तव में यह न तो लगान था, न ही भूमिकर, बल्कि उपज पर लगने वाला कर था।