प्रतिवर्ती क्रिया और टहलने के बीच क्या अंतर है ?
प्रतिवर्ती क्रिया और टहलने के बीच क्या अंतर है ? प्रतिवर्ती क्रिया में मस्तिष्क की क्या भूमिका है प्रतिवर्ती क्रिया तथा हटाने के बीच क्या अंतर है प्रतिवर्ती क्रिया और प्रतिवर्ती चाप में अंतर प्रतिवर्ती क्रिया क्या है समझाइए प्रतिवर्ती क्रिया में क्या होता है प्रतिवर्ती क्रिया तथा हटाने के बीच क्या अंतर है Prativarti Kriya Aur Tahlane Ke Beech Kya Antar Hai प्रतिवर्ती क्रिया में क्या होता है
प्रतिवर्ती क्रिया मस्तिष्क की इच्छा के बिना होने वाली अनैच्छिक क्रिया है। यह स्वायत्त प्रेरक की प्रत्युत्तर है। यह बहुत स्पष्ट और यांत्रिक प्रकार की है। ये मेरुरज्जु द्वारा नियंत्रित पेशियों द्वारा कराई जाती है जो प्रेरक के प्रत्युत्तर में होती है जबकि ‘टहलना’ एक ऐच्छिक क्रिया है जो मनुष्य सोच-विचार कर ही करता है और इसका नियंत्रण मस्तिष्क द्वारा होता है। |
प्रतिवर्ती क्रिया
1. यह अनैच्छिक प्रतिक्रिया है।
2. यह शरीर के अंगों की अचानक तथा तीव्र प्रतिक्रिया होती है।
3.यह मेरुरज्जु द्वारा नियंत्रित होती है।
4.प्रतिवर्ती क्रिया में शरीर का केवल एक भाग प्रतिक्रिया करता है न कि पूर्ण शरीर।
टहलना
1. यह ऐच्छिक प्रतिक्रिया है।
2. यह समय पर पर लेकिन धीमी प्रतिक्रिया होती है।
3. यह मस्तिष्क द्वारा नियंत्रित होती है।
4. टहलने का अर्थ है पूर्ण शरीर का एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना/गति करना।
प्रतिवर्ती क्रिया मस्तिष्क की इच्छा के बिना होने वाले अनैच्छिक क्रिया है। यह स्वायत्त प्रेरक के प्रत्युत्तर है। यह बहुत स्पष्ट और यांत्रिक प्रकार की हैं। यह मेरुरज्जु द्वारा नियंत्रित पेशियों द्वारा कराई जाती है जो प्रेरक के प्रत्युत्तर में होती हैं जबकि टहलना एक ऐच्छिक क्रिया है जो मनुष्य सोच विचार कर ही करता है और उसका नियंत्रण मस्तिष्क द्वारा होता है। प्रतिवर्ती क्रिया में शरीर के केवल एक भाग मेरुरज्जु प्रतिक्रिया करता है जबकि टहलने में मस्तिष्क और पूरा शरीर एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाता है।