सजीवों के सामान्य लक्षण क्या होते है
सजीवों के सामान्य लक्षण क्या होते है
सजीवों के सामान्य लक्षण-
(1) सजीव भोजन ग्रहण करते हैं अथवा स्वयं भोजन बनाते हैं जैसे पौधे।।
(2) सजीवों में वृद्धि होती है।
(3) सजीवों में श्वसन प्रक्रिया होती है।
(4) सजीव प्रजनन करते हैं।
(5) सजीवों में उत्सर्जन क्रिया होती है।
(6) सजीव उद्दीपन के प्रति उत्तेजना प्रदर्शित करते हैं।
सजीवों से संबंधित जानकारी
सजीव और निर्जीव से संबंधित जानकारी विज्ञान विषय में पढ़ाई जाती है अगर आप भी विद्यार्थी हैं तो आपको सजीव और निर्जीव से संबंधित जानकारी होनी चाहिए और अगर आप ऐसे किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं जिसमें सजीव और निर्जीव या विज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे जा सकते हैं तो आपको सजीव और निर्जीव से संबंधित ज्यादा से ज्यादा जानकारी प्राप्त करनी चाहिए जो भी विद्यार्थी विज्ञान की परीक्षा की तैयारी कर रहा है उसके लिए इस पोस्ट में सजीव विशेषताएं एवं आवास सजीव और निर्जीव की परिभाषा परिवेश किसे कहते हैं आवास किसे कहते है से संबंधित काफी महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर दिए गए हैं जो कि पहले विज्ञान की परीक्षा में पूछे जा चुके हैं.
उत्तर.मेंढक के पश्चपाद में जालयुक्त पादांगुलियां होती हैं जो उसे तैरने में सहायता करती हैं।
उत्तर.वृक्ष, आरोही लता, पक्षी, चट्टान और छत्रक।
उत्तर.मरुस्थल में रहने वाले जंतु और पौधे पानी अल्पमात्रा में उपयोग करते हैं।
उत्तर.ऊँट में मूत्रोत्सर्जन की मात्रा बहुत कम होती है तथा मल शुष्क होता है।
उत्तर.मछली का शरीर धारा रेखीय होता है जिससे यह आसानी से पानी में तैर सकती है।
उत्तर.अनुकूलन-जिन विशिष्ट संरचनाओं अथवा स्वभाव की उपस्थिति किसी पौधे अथवा जंतु को उसके परिवेश में रहने के योग्य बनाती है उसे अनुकूलन कहते हैं।
उत्तर.जीव अपने भोजन, वायु, शरण स्थल एवं अन्य आवश्यकताओं के लिए अपने आवास पर निर्भर करता है।
उत्तर.स्थलीय-आवास-स्थल अथवा जमीन पर पाए जाने वाले पौधों एवं जंतुओं के आवास को स्थलीय-आवास कहते हैं।
उत्तर.वन, घास के मैदान, मरुस्थल, तटीय एवं पर्वतीय क्षेत्र, स्थलीय-आवास के उदाहरण हैं।
उत्तर.जलीय-आवास-जल में रहने वाले जंतुओं और पौधों के आवास को जलीय-आवास कहते हैं।
उत्तर.जलाशय, दलदल, झील, नदियाँ एवं समुद्र जलीय-आवास हैं।
उत्तर. अल्प अवधि में किसी एक जीवके शरीर में होने वाले छोटेछोटे परिवर्तन को पर्यानुकूलन कहते हैं।
उत्तर.चूहे एवं साँप जैसे जंतु तेज़ गर्मी से बचने के लिए भूमि के अंदर गहरे बिलों में रहते हैं। रात्रि के समय जब तापमान में कमी आती है तो यह बाहर निकलते हैं।
उत्तर. परिवेश-किसी जीव के इर्द-गिर्द का स्थान जहाँ वह रहता है, उस जीव का परिवेश कहलाता है।
उदाहरणः- मरुस्थलीय परिवेश और समुद्री परिवेश।
उत्तर. हाँ, विभिन्न प्रकार के परिवेशों में विभिन्न प्रकार के जीव पाए जाते हैं।
उत्तर.समुद्र में रहने वाले जंतु और पौधे श्वसन के लिए जल में विलेय वायु (ऑक्सीजन) का उपयोग करते हैं।
उत्तर.मरुस्थलीय पौधों में पत्तियाँ या तो अनुपस्थित होती हैं अथवा बहुत छोटी शूल जैसी होती हैं।
उत्तर.नागफनी में पत्ती जैसी जिस संरचना जो हम देखते हैं, वह वास्तव में इसका तना है।
उत्तर.नागफनी में प्रकाश संश्लेषण हरी संरचना जिसे तना कहते हैं उसमें होता है।
उत्तर.मोटी मोमी परत पौधे को जल संरक्षण में सहायता करती है।
उत्तर.मरुस्थलीय पौधों में जड़ जल अवशोषण के लिए मिट्टी में बहुत अधिक गहराई तक चली जाती है।
उत्तर.पर्वतीय क्षेत्रों के वृक्ष सामान्यत: शंक्वाकार होते हैं तथा इनकी शाखाएँ तिरछी होती हैं। इनमें से कुछ वृक्षों की पत्तियां सूई के आकार की होती हैं।
उत्तर.पर्वतीय क्षेत्र में पाए जाने वाले जंतुओं की मोटी त्वचा या फर ठंड से इनका बचाव करती है।
उत्तर.यॉक के शरीर पर लंबे बाल होते हैं जो उसे गर्म रखते हैं और ठंड से बचाते हैं।
उत्तर. –पहाड़ी बकरों के मज़बूत खुरै उसे ढालदौर चट्टानों पर दौड़ने के लिए अनुकूलित बनाते हैं।
उत्तर.–पहाड़ी तेंदुओं के शरीर पर फर होते हैं। यह बर्फ पर चलते समय उसके पैरों को ठंड से बचाते हैं।
उत्तर.पौधों के कठोर तनों को चबाने के लिए इसके मज़बूत दाँत होते हैं।
उत्तर.हिरण के लंबे कान उसे शिकारी की गतिविधि की जानकारी देते हैं। दूसरे इस के सिर के पार्श्व के दोनों ओर स्थित आँखें प्रत्येक दिशा में देखकर इसे खतरा महसूस कराती हैं।
उत्तर.मछली का शरीर धारा रेखीय होता है, जिससे वह जेल में सुगमता से तैर सकती है।
उत्तर.स्क्विड़ एवं आक्टोपस का शरीर धारा रेखीय नहीं होता इसलिए वे समुद्र की गहराई अथवा तलहटी में रहते हैं।
उत्तर.मछली गिल्स (Gills) की सहायता से साँस लेती है क्योंकि मछली में फेफड़े नहीं होते।
उत्तर.डॉलफिन तथा हवेल में गिल नहीं होते। यह सिर पर स्थित नासा द्वार अथवा वात छिद्रों द्वारा श्वास लेते हैं।
उत्तर.जलीय पौधों का तना लंबा, खोखला एवं हल्का होता है।
उत्तर. जंतु द्वारा अपने सदृश संतान उत्पन्न करने को प्रजनन कहते हैं।
उत्तर.कुछ जंतु अंडे देते हैं जिनसे शिशु निकलते हैं। कुछ जंतु शिशु को जन्म देते हैं।
उत्तर. पौधों में प्रजनन के भिन्न-भिन्न तरीके हैं। बहुत-से पौधे बीजों द्वारा प्रजनन करते हैं।
उत्तर.जैव घटक-किसी आवास में पाए जाने वाले सभी जैव जैसे कि पौधे एवं जंतु उसके जैव घटक कहलाते हैं।
उत्तर.अजैव घटक-चट्टान, मिट्टी, वायु एवं जल और तापमान, प्रकाश किसी परिवेश के अजैव घटक कहलाते हैं।
उत्तर.बीजों के अंकुरण के लिए मिट्टी, वायु एवं जल की आवश्यकता होती है।
उत्तर.कुत्ता, बिल्ली, गिलहरी, कीट और पौधा।
उत्तर.मेज, कुर्सी, किताब, पत्थर और ब्लैकबोर्ड।
उत्तर.सजीव तथा निर्जीव दोनों का द्रव्यमान होता है, आकार होता है और स्थान घेरते हैं।
उत्तर.सजीवों को उनकी वृद्धि के लिए भोजन आवश्यक ऊर्जा प्रदान करता है।
उत्तर.क्योंकि ग्रहण किए गए भोजन से श्वसन के द्वारा ही हमारे शरीर को ऊर्जा मिलती है।
उत्तर.केंचुआ नम त्वचा दुवारा साँस लेता है।
उत्तर.मछली जल में विलेय वायु से ऑक्सीजन अवशोषित करती है।
उत्तर.पौधे की पत्तियाँ सूक्ष्म रंध्रों द्वारा वायु को अंदर लेती हैं तथा ऑक्सीजन का पयोग करती हैं और कार्बन डाइऑक्साइड वायु में निष्कासित कर देती हैं।
उत्तर.वातावरण में होने वाले परिवर्तनों को उद्दीपन कहते हैं।
उत्तर.सजीवों द्वारा अवशिष्ट पदार्थों के निष्कासन के प्रक्रम को उत्सर्जन कहते हैं।
उत्तर- –हाँ, पौधों में उत्सर्जन होता है
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